जयपुर. जीआरपी पुलिस ने बच्चों का अपहरण करने वाली हरियाणा की एक मदारी गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने बच्चों का अपहरण करने के मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गैंग के लोग मदारी के खेल में जमूरा बनाने के लिए बच्चों का अपहरण करते थे. जयपुर जीआरपी थाना पुलिस ने कोटा जंक्शन से अपह्रत 4 वर्षीय बालक को दस्तायाब किया है. इसके साथ ही 10 साल पहले अपह्रत हुए 4 वर्षीय अन्य बालक को भी गिरोह के कब्जे से दस्तयाब किया है, जो कि अब 14 वर्ष का हो चुका है. 6 मई को कोटा जंक्शन से 4 वर्षीय बालक को अपहरण करके ले गए थे. इसके बाद बच्चे को कोटा से भोपाल ले गए और बाद में भोपाल से जयपुर डेरों में शिफ्ट कर दिया था. पुलिस ने बीती रात मदारी और कचरा बीनने वालों के डेरों में सर्च ऑपरेशन चलाकर गैंग को पकड़ा है.
एडीजी रेलवे अनिल पालीवाल ने बताया कि 6 मई को पुलिस थाना जीआरपी कोटा को स्टेशन से एक चार वर्षीय बालक के अपहरण की सूचना मिली थी. एक व्यक्ति कोटा से फिरोजाबाद जाने के लिए 4 वर्षीय बालक को कोटा जंक्शन के प्लेटफार्म पर बैठाकर टिकट लेने गया था. वो जब वापस आया, तो बच्चा गायब हो चुका था. सूचना पर पुलिस थाना जीआरपी कोटा में मुकदमा दर्ज किया गया. जीआरपी पुलिस कोटा ने घटनास्थल के समय के सीसीटीवी फुटेज खंगाले. कोटा जंक्शन पर दो व्यक्ति मासूम बच्चे को गोद में उठाकर बाहर की तरफ जाते हुए नजर आए. पुलिस ने अपहरण के मामले को गंभीरता से लेते हुए बालक और आरोपियों की तलाश शुरू की. पुलिस अधीक्षक जीआरपी अजमेर राम मूर्ति जोशी के सुपरविजन में स्पेशल टीमों का गठन किया गया.
470 सीसीटीवी कैमरे खंगाले : पुलिस ने जांच के दौरान 280 किलोमीटर क्षेत्र में करीब 470 सीसीटीवी कैमरों को खंगाला. कोटा जंक्शन पर आने और वारदात करने के बाद कोटा जंक्शन से जाने के मार्गों के सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए. सीसीटीवी फुटेज से सामने आया कि बालक को कोटा जंक्शन से अपहरण करके भोपाल मध्य प्रदेश की ओर लेकर गए थे. कोटा शहर के बाहरी इलाके में ढाबे पर रात को रुके थे. पुलिस ने गहनता से अनुसंधान करके सूचनाओं एकत्रित किया. इस दौरान सामने आया कि किसी मामूली बात को लेकर आरोपियों के साथ एक व्यक्ति की कहासुनी और हल्की झड़प हो गई थी. इसके बाद पुलिस ने सूचनाओं को डेवलप करते हुए वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों की पहचान की.
डेरों में चलाया सर्च ऑपरेशन : पुलिस ने राजधानी जयपुर में सोमवार रात को मदारी और कचरा बीनने वालों के डेरों में सर्च ऑपरेशन चलाया और अपह्रत बालक और आरोपियों की तलाश की गई. इस दौरान पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को पड़कर पूछताछ की, तो उन्होंने बालक का अपहरण करने की वारदात करना स्वीकार किया. आरोपियों की निशादेही से 4 वर्षीय बालक को भी दस्तयाब कर लिया गया है. पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. सभी आरोपी भिवानी हरियाणा की मदारी गैंग के हैं. पुलिस ने आरोपी मुकेश मदारी, करण, अर्जुन, लज्जो और प्रेम को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने वारदात में उपयोग लेने के लिए मोटरसाइकिल भी चोरी की थी. इसके साथ ही अन्य कई अपराधी गतिविधियों में भी संलिप्त रहे हैं.
10 साल पहले अपहरण हुआ बालक भी बरामद : पुलिस ने आरोपियों की कब्जे से एक अन्य अपह्रत बालक को भी दस्त्ययाब किया है. करीब 10 साल पहले एक बालक का अपहरण किया था. उसके बाद बालक को मदारी के खेल में जमूरा बनाकर भिक्षावृत्ति का काम करवाया जा रहा था. वारदात का उद्देश्य बालक को मदारी का प्रशिक्षण देकर भिक्षावृत्ति करवाना पाया गया है. गिरफ्तार आरोपी मदारी का खेल भी दिखाते थे. शादी समारोह में बर्तन मांजने, साफ सफाई का काम भी करते थे. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है. पूछताछ में और भी कई चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना है. एडीजी रेलवे अनिल पालीवाल ने बताया कि गैंग का पर्दाफाश करने में विशेष भूमिका निभाने वाले सभी पुलिस अधिकारियों और जवानों को पुरस्कृत किया जाएगा.