हरिद्वार: उत्तराखंड में मॉनसून की दस्तक से नदियां उफान पर हैं. इसी बीच धर्मनगरी में हुई भारी बारिश ने भारी कोहराम मचाया है. दरअसल बारिश के कारण पार्किंग में खड़ी कई गाड़ियां बह गई हैं. आखिर ये गाड़ियां गंगा में कैसे बही और पानी कहां से आया? इसे लेकर ईटीवी भारत की टीम मौके पर पहुंची और प्रत्यक्षदर्शियों से बातचीत की. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अचानक पहाड़ से पता नहीं कैसे पानी आया और फिर शमशान घाट पर आए लोगों की गाड़ियां पानी में बहने लगी.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि लोगों को इतना भी समय नहीं मिला कि वो अपनी गाड़ियां सुरक्षित स्थान पर पहुंचा सके. गनीमत यह रही कि इस दौरान गाड़ी में कोई भी बैठा नहीं था. उन्होंने कहा कि करीब 1 घंटे ही बारिश हुई है. वहीं, वाहन स्वामियों ने बताया कि हरिद्वार के खरकड़ी शमशान घाट पर वह अंतिम संस्कार के लिए आए थे. उन्होंने खरकड़ी श्मशान घाट के पास सूखी नदी में गाड़ियों को खड़ा कर दिया था. सूखी नदी में रोजाना गाड़ियां खड़ी रहती हैं, लेकिन आज थोड़ी सी बारिश गाड़ियों को बहा ले गई है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में प्रशासन को सूचना दे दी गई है, जल्द ही रेस्क्यू ऑपरेशन जलाया जाएगा.
हरिद्वार के एसडीएम अजय वीर सिंह ने बताया कि पानी कहां से आया, इसका पता नहीं लग पाया है, लेकिन संभावना जताई जा रही है कि पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के कारण पानी सूखी नदी में आया है, जिसने सूखी नदी के पास खड़ी गाड़ियों को गंगा नदी में बहा दिया है. उन्होंने कहा कि 7 गाड़ियों के गंगा नदी में बहने की सूचना है, जिनके लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. जिसमें से एक गाड़ी का रेस्क्यू भी कर लिया गया है. साथ ही आसपास के क्षेत्र में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए अनाउंसमेंट का कार्य भी कराया जा रहा है.
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