झालावाड़. जिले के पनवाड़ कस्बे में अयोध्या से रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से लोटे दो दर्शनार्थियों के स्वागत के लिए कस्बे में जन सैलाब उमड़ पड़ा. कुछ कस्बेवासियों ने दर्शनार्थियों के पैरों की रज को छू कर अपने माथे पर लगा लिया तो कई ग्रामीणों ने उन्हें गले लगा कर उनका अभिनंदन किया. पनवाड़ कस्बे के दो युवा सुनील राठौर और भेरूलाल सुमन 26 दिसंबर को पनवाड़ कस्बे से अमन व खुशहाली की कामना लेकर अयोध्या के लिए पैदल निकले थे, इस दौरान दोनों ने अयोध्या तक करीब 800 किलोमीटर की यात्रा पैदल तय की. दोनों युवाओं ने 22 जनवरी को श्री राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिस्सा लिया और मंदिर में विराजमान रामलला के दर्शन किए.
एक दिन पहले पहुंचे थे अयोध्या : अयोध्या से लौटे सुनील राठौर ने बताया कि 26 दिसंबर को वह अपने कस्बे की खुशहाली की कामना लेकर भगवान श्री राम के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भाग लेने के लिए निकले थे. उन्होंने कहा कि अयोध्या में बना भगवान श्री राम का मंदिर कोई साधारण मंदिर नहीं है, यह हिंदुओं की आस्था का विषय है. उन्होंने कहा कि 500 वर्षों की तपस्या के बाद भगवान श्री राम की प्राण-प्रतिष्ठा अयोध्या में देखने को मिली है. उन्होंने कहा कि उनके कई पूर्वज अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर का सपना लेकर इस दुनिया से विदा हो गए. वे सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें राम मंदिर का प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम देखने का मौका मिला. उन्होंने बताया कि वह प्रत्येक दिन 30 से 35 किलोमीटर का लक्ष्य लेकर पैदल यात्रा करते थे. उन्होंने बताया कि वो दोनों रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से एक दिन पहले ही अयोध्या पहुंच गए थे. दोनों राम भक्तों का पूरे कस्बे में जुलूस निकालकर भव्य स्वागत किया गया. दोनों भक्तों के कस्बे में आगमन पर जमकर आतिशबाजी भी की गई. इस दौरान ग्रामीणों ने दोनों भक्तों को माला, साफा, श्रीफल, कपड़े भेंट कर उनका जोरदार स्वागत किया. दोनों युवाओं ने भी अपने से बड़ों के चरण छूकर आशीर्वाद लिया.