रुद्रप्रयाग: तल्लानागपुर क्षेत्र की प्रसिद्ध नारी देवी चंडिका केदारघाटी के विभिन्न गांवों का भ्रमण करने के बाद इन दिनों दक्षिण दिशा के भ्रमण पर निकली हैं. गुरूवार को देवरा यात्रा ने जिला मुख्यालय समेत कई कस्बों में भक्तों की कुशलक्षेम पूछी. इस दौरान नारी देवी ने नृत्यकर भक्तों को अपना आशीर्वाद भी दिया. भक्तों ने भी मां का पुष्प एवं अक्षतों से जोरदार स्वागत किया. यात्रा में सभी भक्त नंगे पांव पैदल यात्रा कर रहे हैं. जून माह में समुद्रमंथन के साथ यात्रा का समापन होगा.
17 नवंबर से नौज्यूला क्षेत्र के नारी गांव की मां चंडिका की देवरा यात्रा शुरू हुई. लगभग सात माह तक चलने वाली देवरा यात्रा में अब तक मां चंडिका लगभग 350 से अधिक गांवों का भ्रमण कर अपने भक्तों और धियाणियों की कुशलक्षेम पूछ चुकी हैं. साथ ही कई मठ मंदिरों में भेंट कर चुकी है. अलकनंदा-मंदाकिनी को पार करने के बाद इन दिनों मां चंडिका दक्षिण दिशा की यात्रा कर रही हैं. 19 मार्च को मां चंडिका की देवरा यात्रा नारी गांव से प्रस्थान कर रात्रि प्रवास के लिए जयमंडी गांव पहुंची. जिसके बाद 20 मार्च को गांव में भक्तों की कुशलक्षेम पूछने के बाद रात्रि प्रवास के लिए मुख्यालय के डांगसेरा स्थित व्यापार मंडल अध्यक्ष राय सिंह बिष्ट के घर पहुंची.
गुरूवार सुबह पुजारी ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ मां चंडिका की पूजा अर्चना कर आरती उतारी. इस दौरान मां चंडिका के जयकारों से क्षेत्र का पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा. इसके बाद मां चंडिका ने घर-घर जाकर भक्तों की कुशलक्षेम पूछी. इसके बाद भक्तों के जयकारों के साथ यात्रा बस अड्डे, गुलाबराय, भाणाधार होते हुए रैंतोली पहुंची. जहां यात्रा का भव्य स्वागत किया गया. भक्तों ने भी मां का पुष्प एवं अक्षतों से जोरदार स्वागत किया. कल रैंतोली से देवरा यात्रा अपने अलगे पड़ाव के लिए प्रस्थान करेगी. चारों दिशाओं की देवरा यात्रा पूर्ण करने के बाद आगामी जून माह में नारी गांव स्थित मूल मंदिर में 11 दिवसीय विशाल महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा. जिसमें समुद्रमंथन कार्यक्रम का आयोजन भी होगा, ताकि क्षेत्र की खुशहाली एवं समृद्धि में इजाफा हो सके.
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