पटना: बिहार के राज्यपाल-सह-कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ राजभवन में बैठक की. राज्यपाल ने बैठक में स्नातक एवं स्नातकोत्तर सत्रों के एकेडमिक कैलेंडर, लंबित परीक्षा तथा स्नातक सत्र 2024-28 में नामांकन आदि की समीक्षा की तथा महत्वपूर्ण निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि कुलपति के साथ-साथ विश्वविद्यालय के अन्य पदाधिकारियों, यथा- प्रतिकुलपति, कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक आदि को भी अपने दायित्वों के प्रति गंभीर होना चाहिए.
उच्च शिक्षा को बेहतर बनाने पर चर्चाः राज्यपाल ने कहा कि हम सब मिलकर बिहार में उच्च शिक्षा को बेहतर बनाने का प्रयत्न करेंगे. उन्होंने कहा कि कुलपति का समाज में काफी आदर और सम्मान है तथा वे अपने परिश्रम, निष्ठा और कर्त्तव्यों के प्रति समर्पण से इसे बनाये रखें. राज्यपाल की अध्यक्षता में आहूत इस बैठक में राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू, बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतिगण, राज्यपाल सचिवालय के पदाधिकारीगण उपस्थित थे. राज्यपाल ने सभी को सांमजस्य के साथ काम करने का निर्देश दिया.
कुलपतियों का वेतन रोक दिया गया थाः पिछले दिनों शिक्षा विभाग की ओर से भी विश्वविद्यालय के कुलपति की बैठक बुलाई गई थी, लेकिन शिक्षा विभाग की बुलाई गई. बैठक पर राजभवन की ओर से आपत्ति जताई गई थी. उसके बाद शिक्षा विभाग की बैठक में कुलपति नहीं पहुंचे थे. केके पाठक के निर्देश पर बैठक बुलाई गई थी और बैठक में नहीं आने वाले कुलपतियों का वेतन रोक दिया गया था, जिस पर काफी विवाद हो रहा था. लेकिन आज राज्यपाल सह कुलाधिपति की ओर से बुलाई गई बैठक में कुलपति पहुंचे थे और आगे की रणनीति को लेकर चर्चा हुई है.
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