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एसपीयू भवन मामले में राज्यपाल ने किया हस्तक्षेप, यूनिवर्सिटी प्रबंधन से मांगी रिपोर्ट - SARDAR PATEL UNIVERSITY

सरदार पटेल यूनिवर्सिटी के भवन को एमएलएसएम कॉलेज को देने के मामले में राज्यपाल ने हस्तक्षेप किया है. उन्होंने यूनिवर्सिटी प्रबंधन से रिपोर्ट मांगी है.

सरदार पटेल यूनिवर्सिटी
सरदार पटेल यूनिवर्सिटी (FILE)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : 2 hours ago

Updated : 1 hours ago

मंडी: सरदार पटेल यूनिवर्सिटी के सुंदरनगर स्थित भवन को एमएलएसएम कॉलेज को दिए जाने के मामले में अब नया मोड़ आ गया है. हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए यूनिवर्सिटी प्रबंधन से सारी रिपोर्ट मांगी है. यूनिवर्सिटी की प्रति कुलपति प्रोफेसर अनुपमा सिंह ने इसकी जानकारी दी है.

बता दें कि राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल सरदार पटेल यूनिवर्सिटी के कुलपति हैं. प्रदेश सरकार द्वारा सुंदरनगर स्थित भवन को एमएलएसएम कॉलेज को दिए जाने के आदेश जारी किए गए हैं, लेकिन यूनिवर्सिटी प्रबंधन इसे देने के मूड में नहीं है. यही कारण है कि शिमला में यूनिवर्सिटी के उप कुलपति और प्रति कुलपति ने राज्यपाल से मिलकर इस विषय को प्रमुखता से रखा था.

एसपीयू की प्रति कुलपति प्रोफेसर अनुपमा सिंह (ETV Bharat)

एसपीयू की प्रति कुलपति प्रोफेसर अनुपमा सिंह ने कहा, "राज्यपाल ने इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करते हुए सारी रिपोर्ट मंगवाई है. उनके आगामी आदेशों तक यथास्थिति बरकरार रखने को कहा गया है. राज्यपाल के आगामी आदेशों के तहत ही कार्रवाई की जाएगी. सुंदरनगर भवन में एसपीयू का एग्जामिनेशन विंग चल रहा है. वहां बहुत सा रिकॉर्ड रखा हुआ है. अभी हाल ही में केंद्र से पीएम उषा योजना के तहत जो ग्रांट मिली थी, उसका फर्नीचर भी खरीद लिया गया है. जो कि जल्द ही वहां पहुंचने वाला है. ऐसे में भवन को खाली करना संभव नहीं है".

अनुपमा सिंह ने कहा कि अगर सुंदरनगर वाले भवन को एमएलएसएम कॉलेज को दे दिया जाता है तो, इससे सरदार पटेल यूनिवर्सिटी के संचालन में बहुत ज्यादा दिक्कतें आएंगी. पहले ही यूनिवर्सिटी के पास भवनों की कमी है. बहुत से बच्चे जो पढ़ रहे हैं, उनकी पढ़ाई पर इसका विपरित असर पड़ेगा. जब यूनिवर्सिटी का अपना भवन बनकर तैयार हो जाएगा तो फिर इन भवनों की जरूरत नहीं होगी, उस स्थिति में सरकार इन्हें दे सकती है. लेकिन सरकार पहले यूनिवर्सिटी के भवन निर्माण की तरफ सहयोग करे, ताकि जल्द से जल्द यूनिवर्सिटी का अपना कैंपस बनाया जा सके.

गौरतलब है कि पूर्व सीएम जयराम ठाकुर इस मामले में प्रदेश सरकार पर सरदार पटेल यूनिवर्सिटी का दायरा कम करने का प्रयास करने का आरोप लगा चुके हैं. पूर्व की जयराम सरकार द्वारा मंडी को दी गई इस सौगात को लेकर अब खूब राजनीति हो रही है. इस वक्त यूनिवर्सिटी के पास मंडी, सुंदरनगर और बासा में ही अपने भवन हैं, जिसमें पूरी यूनिवर्सिटी का संचालन करने में दिक्कत पेश आ रही हैं.

ये भी पढ़ें: अनुबंध कर्मियों को रेगुलर होने के बाद ही मिलेंगे सीनियोरिटी के वित्तीय लाभ, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सदन में पेश किया बिल

मंडी: सरदार पटेल यूनिवर्सिटी के सुंदरनगर स्थित भवन को एमएलएसएम कॉलेज को दिए जाने के मामले में अब नया मोड़ आ गया है. हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए यूनिवर्सिटी प्रबंधन से सारी रिपोर्ट मांगी है. यूनिवर्सिटी की प्रति कुलपति प्रोफेसर अनुपमा सिंह ने इसकी जानकारी दी है.

बता दें कि राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल सरदार पटेल यूनिवर्सिटी के कुलपति हैं. प्रदेश सरकार द्वारा सुंदरनगर स्थित भवन को एमएलएसएम कॉलेज को दिए जाने के आदेश जारी किए गए हैं, लेकिन यूनिवर्सिटी प्रबंधन इसे देने के मूड में नहीं है. यही कारण है कि शिमला में यूनिवर्सिटी के उप कुलपति और प्रति कुलपति ने राज्यपाल से मिलकर इस विषय को प्रमुखता से रखा था.

एसपीयू की प्रति कुलपति प्रोफेसर अनुपमा सिंह (ETV Bharat)

एसपीयू की प्रति कुलपति प्रोफेसर अनुपमा सिंह ने कहा, "राज्यपाल ने इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करते हुए सारी रिपोर्ट मंगवाई है. उनके आगामी आदेशों तक यथास्थिति बरकरार रखने को कहा गया है. राज्यपाल के आगामी आदेशों के तहत ही कार्रवाई की जाएगी. सुंदरनगर भवन में एसपीयू का एग्जामिनेशन विंग चल रहा है. वहां बहुत सा रिकॉर्ड रखा हुआ है. अभी हाल ही में केंद्र से पीएम उषा योजना के तहत जो ग्रांट मिली थी, उसका फर्नीचर भी खरीद लिया गया है. जो कि जल्द ही वहां पहुंचने वाला है. ऐसे में भवन को खाली करना संभव नहीं है".

अनुपमा सिंह ने कहा कि अगर सुंदरनगर वाले भवन को एमएलएसएम कॉलेज को दे दिया जाता है तो, इससे सरदार पटेल यूनिवर्सिटी के संचालन में बहुत ज्यादा दिक्कतें आएंगी. पहले ही यूनिवर्सिटी के पास भवनों की कमी है. बहुत से बच्चे जो पढ़ रहे हैं, उनकी पढ़ाई पर इसका विपरित असर पड़ेगा. जब यूनिवर्सिटी का अपना भवन बनकर तैयार हो जाएगा तो फिर इन भवनों की जरूरत नहीं होगी, उस स्थिति में सरकार इन्हें दे सकती है. लेकिन सरकार पहले यूनिवर्सिटी के भवन निर्माण की तरफ सहयोग करे, ताकि जल्द से जल्द यूनिवर्सिटी का अपना कैंपस बनाया जा सके.

गौरतलब है कि पूर्व सीएम जयराम ठाकुर इस मामले में प्रदेश सरकार पर सरदार पटेल यूनिवर्सिटी का दायरा कम करने का प्रयास करने का आरोप लगा चुके हैं. पूर्व की जयराम सरकार द्वारा मंडी को दी गई इस सौगात को लेकर अब खूब राजनीति हो रही है. इस वक्त यूनिवर्सिटी के पास मंडी, सुंदरनगर और बासा में ही अपने भवन हैं, जिसमें पूरी यूनिवर्सिटी का संचालन करने में दिक्कत पेश आ रही हैं.

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Last Updated : 1 hours ago
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