श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व के अवसर पर बधाई एवं शुभकामनाएं। भारतीय संस्कृति और परंपरा में पर्व-त्योहारों की एक लंबी श्रृंखला है, जो हमारी सांस्कृतिक विरासत एवं विविधता में एकता का प्रतीक है। आज के इस शुभ अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों और उनके कर्मयोग के उपदेश को आत्मसात…
— Nitish Kumar (@NitishKumar) August 26, 2024
पटना: आज देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है. इस अवसर पर राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुभकामनाएं दी हैं. राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा है कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिन के रूप में असीम भक्ति, श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि उनकी जीवन-लीलाओं और संदेशों से हमें सत्य, प्रेम, त्याग, सद्भावना, शांति, भक्ति, कर्म, ज्ञान और भ्रातृत्व-भावना को आत्मसात करने की प्रेरणा मिलती है.
"भगवान श्रीकृष्ण द्वारा श्रीमद्भागवदगीता में दिया गया उपदेश जीवन-प्रबंधन की सर्वोत्तम शिक्षा है, जिसका हमें भरपूर अनुसरण करना चाहिए."- राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, राज्यपाल, बिहार
सीएम नीतीश कुमार ने दी शुभकामना: वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने बधाई संदेश में कहा कि भारतीय संस्कृति और परम्परा में पर्व-त्योहारों की एक लंबी श्रृंखला है, जो हमारी सांस्कृतिक विरासत एवं विविधता में एकता का प्रतीक है. उन्होंने कहा है कि प्रतिवर्ष भादो माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव जन्माष्टमी के त्योहार के रूप में बड़े धूमधाम से पारम्परिक रीति रिवाज के अनुसार मनाया जाता है. इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों और उनके कर्मयोग के उपदेश को लोग आत्मसात करने का संकल्प लेते हैं तथा अपने सुख, समृद्धि एवं सफलता की कामना करते हैं.
"श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व के अवसर पर बधाई एवं शुभकामनाएं. भारतीय संस्कृति और परंपरा में पर्व-त्योहारों की एक लंबी श्रृंखला है, जो हमारी सांस्कृतिक विरासत एवं विविधता में एकता का प्रतीक है. आज के इस शुभ अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों और उनके कर्मयोग के उपदेश को आत्मसात करने का संकल्प लें. सभी के जीवन में सुख, समृद्धि एवं सफलता की कामना है."- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
द्वापर काल का संयोग: श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर इस बार दुर्लभ संयोग बन रहे हैं. भगवान श्री कृष्णा 5250 वर्ष पूरा करके 5251 वें वर्ष में इस बार प्रवेश करेंगे और 45 मिनट का उनके जन्मदिन के अवसर पर द्वापर जैसा संयोग बन रहा है, इसलिए इस बार की श्री कृष्ण जन्माष्टमी बेहद खास है.
ये भी पढ़ें:
मनोवांछित फल देने वाले जन्माष्टमी के दिन भोग के लिए ऐसे बनाएं खीर, पंजीरी का Janmashtami Prasad
Shri Krishna बरसात यज्ञ संपन्न करने से होती है, यज्ञ उत्पन्न होता है...