खूंटीः तोरपा प्रखंड के दियांकेल में आयोजित तीन दिवसीय पूर्वी क्षेत्र कृषि मेला के समापन समारोह में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन शामिल हुए. राज्यपाल के साथ-साथ आईसीएआर एनआईएसए डॉ अभिजीत कर, बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ एससी दुबे, डॉ निर्मल कुमार, डीसी लोकेश मिश्र, एसपी अमन कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
राज्यपाल ने आयोजित कृषि मेले में लगाए गए लगभग डेढ़ सौ स्टॉल का अवलोकन किया. कृषि संबंधी नए विचारों की जानकारी ली. राज्यपाल के द्वारा कृषि मेले के दौरान लगाए गए स्टॉल में से चयनित को पुरस्कृत किया. तृतीय स्थान पर कृषि विज्ञान केंद्र, जामताड़ा एवं जेएसएलपीएस, द्वितीय स्थान पर आईसीएआर, निंफेट कोलकाता, नंदी ग्रीन सॉल्यूशंस और प्रथम स्थान पर स्टेपपिफाई लेप्स प्राइवेट लिमिटेड रहा. 10 स्टॉल को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया.
इस मौके पर राज्यपाल ने केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं की जानाकरी दी. उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की तारीफ की और कहा कि केंद्र की मोदी सरकार गरीब किसानों के लिए विभिन प्रकार की योजना चला रही है. योजनाओं से किसान लाभान्वित होकर आत्मनिर्भर भी बन रहे रहे है. कृषि मेला के समापन समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की धरती पर आयोजित यह किसान मेला किसानों के हित में की गई एक उल्लेखनीय पहल है.
इस मेला में किसानों को नई कृषि तकनीकों के साथ-साथ आधुनिक कृषि पद्धति और उन्नत ऑर्गेनिक फार्मिंग का प्रशिक्षण प्राप्त हुआ और विभिन्न स्थलों से आए प्रगतिशील किसानों ने अपना अनुभव भी साझा किया. इससे निश्चित ही उनकी उत्पादकता के साथ-साथ आमदनी भी बढ़ेगी. राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानों के कल्याण के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना शुरू की. उन्होंने 15 नवंबर 2023 को जनजातीय गौरव दिवस मनाने का निर्णय लिया.
उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री का भार ग्रहण करने से पूर्वी क्षेत्र के किसान जागरूक होंगे और इस क्षेत्र की जलवायु के अनुसार कृषि को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि यहां की मिट्टी के लिए कौन सी फसल श्रेयस्कर है, इसकी जानकारी किसानों को मिलेगी. इससे कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आ सकता है. उन्होंने किसानों को कृषि के साथ-साथ आय के अन्य वैकल्पिक स्रोतों बागवानी, सब्जी उत्पादन, फूल उत्पादन, बकरी पालन, गौ पालन इत्यादि अपनाने का भी आह्वान किया.
राज्यपाल ने कहा कि यह किसान मेला किसानों के लिए वरदान साबित होगा और वे उन्नत कृषि हेतु प्रेरित होंगे. उन्होंने इस अवसर पर किसानों को सम्मानित किया एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा अन्नदाता सुखी भवः.
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