जयपुर: राजधानी में पिछले 8 दिनों से जारी सफाई कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर सरकार अब सख्त रुख अपनाने जा रही है. सरकार का कहना है कि सफाईकर्मियों की मांगे अनुचित हैं और हड़ताल के चलते आमजन को परेशानी हो रही है. जिसके बाद सफाई कर्मचारियों के खिलाफ स्वायत्त शासन विभाग की ओर से एक्शन की तैयारी कर ली गई है. विभाग ने 'नो वर्क-नो पे' और राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज करने की तैयारी कर ली है.
विभाग का कहना है कि सरकार की सफाई कर्मचारी भर्ती-2024 के लिए जारी विज्ञापन संख्या 1/2024 दिनांक 1.03.2024 को वापस लेने, सफाई कर्मचारी भर्ती नियम राजस्थान नगरपालिका (सफाई सेवा) नियम-2012 के मूल नियमों के तहत करने, सफाई कर्मचारी भर्ती वर्ष 2012 एवं 2018 से संबंधित विभिन्न कोर्ट केसेज का निस्तारण करने समेत सभी मांगों को लेकर विचार किया जा रहा है. लेकिन कुछ सफाई कर्मचारी अनुचित मांगों को लेकर अड़े हुए हैं, जिससे आमजन को परेशानी हो रही है. सरकार ने सभी सफाई कर्मचारियों से शांति से वार्ता करने और काम पर लौटने की अपील की है.
सरकार की कड़े रुख की तैयारी: विभाग का कहना है कि सफाई कर्मचारियों को सभी तरह का आश्वासन दिए जाने और कई चरण की वार्ता के बावजूद अनुचित मांगों को लेकर जो हठ किया जा रहा है, उससे आमजन को परेशानी उठानी पड़ रही है. गौरतलब है कि बुधवार को भी डीएलबी मुख्यालय पर वार्ता की गई, लेकिन सफाईकर्मी अपनी जिद पर अड़े हुए हैं. इस पर एक्शन लेते हुए विभाग ने अब 8 दिन से हड़ताल कर रहे सफाई कर्मचारियों को 'नो वर्क-नो पे' के तहत कार्रवाई करने और राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज करवाने की तैयारी कर ली है.
दरअसल हड़ताल के दौरान देखने में आया है कि कई जगह विभाग की ओर से की गई वैकल्पिक व्यवस्था को भी सफाई कर्मचारियों की ओर से बाधित किया जा रहा है. इसमें कई जगह हूपर को रुकवाकर कचरा नहीं उठाने जैसे कार्य शामिल हैं. ऐसे में विभाग ने ऐसे मामलों पर सख्ती बरतते हुए ऐसा करने वाले सफाई कर्मचारियों के खिलाफ राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज करवाने की भी तैयारी की जा रही है.