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रामलला प्राण प्रतिष्ठा का गोरखनाथ मंदिर में दिखा उल्लास, गोरक्ष पीठाधीश्वरों को दी गई भावांजलि - महंत अवैद्यनाथ

अयोध्या धाम में श्रीराम लला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के उपलक्ष्य में सोमवार को गोरक्षपीठ गोरखनाथ मंदिर में अक्षया फाउंडेशन की ओर से दीपोत्सव और ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वरों को भावांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान श्रद्धालुओं ने खूब आतिशबाजी की और सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए गए.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 22, 2024, 10:06 PM IST

गोरखपुर : अयोध्या में श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के उपलक्ष्य में सोमवार को गोरखनाथ मंदिर पूरी तरह राममय रहा. राममय कीर्तन के बीच यहां चल रहे श्रीरामायण पाठ की पूर्णाहुति होने के बाद ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वर द्वय महंत दिग्विजयनाथ एवं महंत अवैद्यनाथ की समाधि स्थल पर विशेष पूजा अर्चना की गई. दोपहर में जैसे ही अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान पूर्ण हुआ, मंदिर में जमकर आतिशबाजी की गई.

वहीं, गोरखनाथ परिसर में अक्षया फाउंडेशन की तरफ से 'भावांजलि' का आयोजन किया गया. इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के मध्य, रंगोली सजाकर दीपमालिकाओं को प्रज्ज्वलित कर राम मंदिर आंदोलन में गोरक्षपीठ के योगदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की गई. महंत दिग्विजयनाथ एवं महंत अवैद्यनाथ के चित्रों पर माल्यार्पण कर सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. संगम मिश्र की तरफ से गणेश वंदना एवं सरस्वती वंदना की प्रस्तुति के बाद दुर्गा जायसवाल एवं टीम के समूह 'नृत्य आरंभ है प्रचंड' ने लोगों में देशभक्ति का जोश भरा. सागर ने 'शिव बम बम भोले' गीत पर शानदार नृत्य कर महादेव के विविध रूपों को जीवंत किया.




नृत्य की प्रस्तुतियों के क्रम में 'राम आएंगे' पर साक्षी और 'केसरी के लाल' गीत पर आराध्या ने सबको भाव विभोर कर दिया. सागर एवं टीम का समूह नृत्य 'राम सियाराम, राम सियाराम, जय जयराम' से पूरा पांडाल रामरस में डूबा रहा. शिवानी ने 'रघुपति राघव राजा राम' गीत पर कर सबका मन मोह लिया. अंकिता सिंह ने 'तेरी मंद मंद मुस्कनिया' से श्रीराम के बाल स्वरूप को झंकृत किया वहीं खुशी, रितु, अशिसा ने 'नगरी हो अयोध्या सी' गाकर प्रभु श्रीराम की नगरी का वर्णन किया. संगम मिश्रा ने अयोध्या के संघर्ष पर स्वरचित गीत सुनाकर रगों में रोमांच भर दिया. सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद दीपोत्सव का आयोजन किया गया. भीम सरोवर के समीप श्रीराम मंदिर के प्रतिकृति की सजी रंगोली के चारों तरफ सरोवर तट पर प्रज्ज्वलित अगणित दीपों की आभा देखते ही बन रही थी.



मंदिर के व्यवस्थापक एवं सचिव द्वारिका तिवारी ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन को परिणामकारी बनाने में गोरक्षपीठ की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका रही है. युग पुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ महाराज ने इसे रणनीतिक रूप दिया तो उनके बाद राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ महाराज ने इसे जन-जन का आंदोलन बनाया. राम मंदिर निर्माण के अपने गुरुजनों के संकल्प को वर्तमान पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जी महाराज ने अपने जीवन का मिशन बना लिया. राम मंदिर निर्माण एवं श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के माध्यम से योगी जी ने गोरक्षपीठ के ब्रह्मलीन पीठाधीश्वरों को सच्ची श्रद्धांजलि दी है.

यह भी पढ़ें : किसी के घर में जन्मे 'राम' तो किसी के घर में जन्मी 'जानकी', महिलाओं ने डिलीवरी के लिए चुना था आज का दिन
राम भक्तों का टूटा सब्र, सुरक्षा घेरा तोड़कर हनुमानगढ़ी के तरफ बढ़े, कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने किया नियंत्रित

गोरखपुर : अयोध्या में श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के उपलक्ष्य में सोमवार को गोरखनाथ मंदिर पूरी तरह राममय रहा. राममय कीर्तन के बीच यहां चल रहे श्रीरामायण पाठ की पूर्णाहुति होने के बाद ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वर द्वय महंत दिग्विजयनाथ एवं महंत अवैद्यनाथ की समाधि स्थल पर विशेष पूजा अर्चना की गई. दोपहर में जैसे ही अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान पूर्ण हुआ, मंदिर में जमकर आतिशबाजी की गई.

वहीं, गोरखनाथ परिसर में अक्षया फाउंडेशन की तरफ से 'भावांजलि' का आयोजन किया गया. इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के मध्य, रंगोली सजाकर दीपमालिकाओं को प्रज्ज्वलित कर राम मंदिर आंदोलन में गोरक्षपीठ के योगदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की गई. महंत दिग्विजयनाथ एवं महंत अवैद्यनाथ के चित्रों पर माल्यार्पण कर सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. संगम मिश्र की तरफ से गणेश वंदना एवं सरस्वती वंदना की प्रस्तुति के बाद दुर्गा जायसवाल एवं टीम के समूह 'नृत्य आरंभ है प्रचंड' ने लोगों में देशभक्ति का जोश भरा. सागर ने 'शिव बम बम भोले' गीत पर शानदार नृत्य कर महादेव के विविध रूपों को जीवंत किया.




नृत्य की प्रस्तुतियों के क्रम में 'राम आएंगे' पर साक्षी और 'केसरी के लाल' गीत पर आराध्या ने सबको भाव विभोर कर दिया. सागर एवं टीम का समूह नृत्य 'राम सियाराम, राम सियाराम, जय जयराम' से पूरा पांडाल रामरस में डूबा रहा. शिवानी ने 'रघुपति राघव राजा राम' गीत पर कर सबका मन मोह लिया. अंकिता सिंह ने 'तेरी मंद मंद मुस्कनिया' से श्रीराम के बाल स्वरूप को झंकृत किया वहीं खुशी, रितु, अशिसा ने 'नगरी हो अयोध्या सी' गाकर प्रभु श्रीराम की नगरी का वर्णन किया. संगम मिश्रा ने अयोध्या के संघर्ष पर स्वरचित गीत सुनाकर रगों में रोमांच भर दिया. सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद दीपोत्सव का आयोजन किया गया. भीम सरोवर के समीप श्रीराम मंदिर के प्रतिकृति की सजी रंगोली के चारों तरफ सरोवर तट पर प्रज्ज्वलित अगणित दीपों की आभा देखते ही बन रही थी.



मंदिर के व्यवस्थापक एवं सचिव द्वारिका तिवारी ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन को परिणामकारी बनाने में गोरक्षपीठ की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका रही है. युग पुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ महाराज ने इसे रणनीतिक रूप दिया तो उनके बाद राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ महाराज ने इसे जन-जन का आंदोलन बनाया. राम मंदिर निर्माण के अपने गुरुजनों के संकल्प को वर्तमान पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जी महाराज ने अपने जीवन का मिशन बना लिया. राम मंदिर निर्माण एवं श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के माध्यम से योगी जी ने गोरक्षपीठ के ब्रह्मलीन पीठाधीश्वरों को सच्ची श्रद्धांजलि दी है.

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