गोरखपुर : शारदीय नवरात्र की प्रतिपदा गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदिशक्ति मां भगवती की प्रतिनिधि स्वरूपा बुढ़िया माई के दरबार में हाजिरी लगाई. कुसम्ही जंगल स्थित बुढ़िया माई के मंदिर में सीएम ने विधिवत दर्शन-पूजन किया. इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर और यहां स्थित कुंड/तालाब में हुए सुंदरीकरण कार्यों का भी निरीक्षण किया और मौके पर मौजूद अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए.
बता दें, हरियाणा विधानसभा चुनाव प्रचार से लौटकर गोरखपुर एयरपोर्ट पर उतरते ही सीएम योगी का काफिला सबसे पहले कुसम्ही जंगल स्थित बुढ़िया माई मंदिर पहुंचा. मुख्यमंत्री ने तालाब के सुंदरीकरण में शेष कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए. इस अवसर पर विधायक विपिन सिंह, पूर्व ब्लॉक प्रमुख आनंद शाही आदि उपस्थित रहे. बुढ़िया माई का मंदिर पूर्वी उत्तर प्रदेश में लोक आस्था का बड़ा केंद्र है.
इसके बाद सीएम योगी ने सिविल लाइंस क्षेत्र में राधा माधव होलसेल फैमिली मार्ट का उद्घाटन किया. इसके बाद सीएम महिलाओं की गरिमा और सम्मान से जुड़ी बड़ी सहूलियत देने के लिए शारदीय नवरात्र के पहले दिन सिविल लाइंस स्थित पार्क रोड पर पिंक बस टॉयलेट का लोकार्पण किया. इसके अलावा स्वच्छ भारत मिशन के तहत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के वाहनों, सीवेज सफाई की अत्याधुनिक मशीनों, बैंडीकोट रोबोट और विदेश से मंगाई गई डी-वॉटरिंग फीकल स्लज सेफ्टी मशीन को हरी झंड़ी दिखाकर रवाना किया. साथ ही नवरात्र दुर्गोत्सव के उपलक्ष्य में स्वच्छ पंडाल पोस्टर को विमोचन भी किया और लोगों को जीरो वेस्ट त्योहार मनाने के लिए आह्वान किया. मुख्यमंत्री ने करीब 50 लाख रुपये की लागत वाले बैंडीकोट रोबोट का भी लोकार्पण किया. इस अवसर पर महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह समेत सभी जनप्रतिनिधि शामिल रहे.
सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर के शक्तिपीठ में की कलश स्थापना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीठ की परंपरा के अनुसार वैदिक विधिविधान से गुरुवार सायंकाल मठ के प्रथम तल पर स्थित शक्तिपीठ में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कलश स्थापना कर पहले दिन मां शैलपुत्री की विधि विधान से पूजा अर्चना की. शारदीय नवरात्र प्रतिपदा का अनुष्ठान मां जगतजननी की आराधना, देवी पाठ, आरती और क्षमा प्रार्थना के साथ पूर्ण हुआ. कलश स्थापना के पूर्व गोरखनाथ मंदिर परिसर में भव्य कलश शोभायात्रा भी निकाली गई.
गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ की अगुवाई में साधु-संतों की शोभायात्रा, परंपरागत वाद्य यंत्रों घंट-घड़ियाल, तुरही, शंख की ध्वनियों और मां दुर्गा के जयघोष के बीच पौराणिक मान्यता वाले भीम सरोवर पर पहुंची. जहां कलश भरने और सरोवर की परिक्रमा के बाद शोभायात्रा वापस शक्तिपीठ आई. इसके बाद जल से भरा कलश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं उठाया और शक्तिपीठ के गर्भगृह में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच वरुण देवता का आह्वान कर स्थापित किया. गोरक्षपीठाधीश्वर ने सबसे पहले मां दुर्गा, भगवान शिव और गुरु गोरखनाथ के शस्त्र त्रिशूल को प्रतिष्ठित करके गौरी-गणेश की आराधना की. साथ ही दुर्गा मंदिर (शक्तिपीठ) के गर्भगृह में श्रीमद् देवीभागवत का पारायण पाठ एवं श्रीदुर्गा सप्तशती के पाठ का भी शुभारंभ हो गया. पाठ के उपरांत आरती एवं प्रसाद वितरण किया गया.
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