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बड़ी कार्रवाई : अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल से हो रही थी गैंगवार की साजिश, 5 गिरफ्तार - Kripal Jaghina Gang

Conspiracy from Ajmer Jail, अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल से एक बार फिर गैंगवार की साजिश रची जा रही थी, लेकिन भरतपुर डीएसटी व साइबर सेल ने इस साजिश को नाकाम कर दिया. पुलिस ने पांच आरोपियों को धर दबोचा.

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jul 8, 2024, 3:16 PM IST

Bharatpur Crime
गैंगवार की साजिश नाकाम (ETV Bharat Bharatpur)
मृदुल कच्छावा, एसपी, भरतपुर (ETV Bharat Bharatpur)

भरतपुर. अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल से कुछ अपराधी गैंगवार की साजिश रच रहे थे, लेकिन भरतपुर डीएसटी और साइबर सेल ने समय रहते साजिश को नाकाम कर दिया. भरतपुर पुलिस ने अजमेर जेल से साजिश रचने वाले तीन आरोपी समेत कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों में एक आरोपी जोधपुर का और दो आरोपी भरतपुर व डीग जिले के रहने वाले हैं. अजमेर जेल में बंद आरोपियों के कब्जे से मोबाइल व सिम कार्ड भी बरामद किए गए हैं.

भरतपुर पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि जानकारी मिली कि अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद कृपाल जघीना गैंग के सदस्य भरतपुर जिले में गैंगवार की तैयारी कर रहे हैं. जयपुर एटीएस से भी इस तरह का इनपुट मिला. इस संबंध में 22 जून 2024 को कोतवाली थाने में एक मामला भी दर्ज हुआ कि अजमेर जेल में बंद कुछ व्यक्ति तीन लोगों के खिलाफ गैंगवार करने की फिराक में हैं.

मामला दर्ज होने के बाद तहकीकात की गई. तहकीकात में पता चला कि अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद रोहित, प्रशांत चौधरी, लोकेश चौधरी, शुभम लवानिया, बल्लो उर्फ बलराम, मोहित रेसलर, परमवीर, गब्बर, पंकज, जहांगीर उर्फ बाबू उर्फ डोरेमोन और लोकेंद्र उर्फ लोकी साजिश में शामिल हैं. 30 के बाद गैंगवार की साजिश रचने के आरोप में अजमेर जेल से पंकज, लोकेंद्र उर्फ लोकी और जहांगीर उर्फ डोरेमोन को गिरफ्तार किया है. साथ ही डीग जिले के सोगर गांव के लोकेश चौधरी और भरतपुर के जघीना गांव निवासी बलराम उर्फ बल्लो को भी गिरफ्तार किया गया है.

पढ़ें : Special : भरतपुर में सवा दो साल में 8 जघन्य हत्याकांड और गैंगवार...पड़ोसी राज्य के अवैध हथियार बने सिरदर्द

आरोपी बलराम व लोकेंद्र उर्फ लोकी के कब्जे से एक एक मोबाइल और सेवर जेल में सर्च ऑपरेशन के दौरान पंकज के कब्जे से एक सिम व जहांगीर के कब्जे से एक सिम व मोबाइल जब्त किया है. एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि इस पूरी साजिश में पांच अन्य आरोपियों का भी नाम सामने आया है. फिलहाल, पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से विस्तृत पूछताछ कर रही है. अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद अन्य आरोपियों को भी प्रोडक्शन वारंट पर भरतपुर लाकर पुलिस जल्द ही रिमांड पर लेगी.

एसपी मृदुल ने बताया कि भरतपुर में रेकी करने वाला और हथियारों की सप्लाई करने वाला आरोपी रोहित हथैनी फरार है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है. कुछ स्थानीय लोगों के भी नाम सामने आए हैं जो कि दोनों ही गैंग से ताल्लुक रखते हैं. गैंग का भय जिले में बना रहे इसलिए ये गैंगवार की घटना को अंजाम देना चाह रहे थे.

गौरतलब है कि 4 सितंबर 2022 की रात को भरतपुर शहर में कृपाल जघीना की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद बदला लेने के लिए कृपाल गैंग ने 12 जुलाई 2023 को जिले के आमोली टोल प्लाजा पर कुलदीप जघीना की गोली मारकर हत्या कर दी थी. दोनों मामलों में पुलिस ने करीब 24 आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है.

मृदुल कच्छावा, एसपी, भरतपुर (ETV Bharat Bharatpur)

भरतपुर. अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल से कुछ अपराधी गैंगवार की साजिश रच रहे थे, लेकिन भरतपुर डीएसटी और साइबर सेल ने समय रहते साजिश को नाकाम कर दिया. भरतपुर पुलिस ने अजमेर जेल से साजिश रचने वाले तीन आरोपी समेत कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों में एक आरोपी जोधपुर का और दो आरोपी भरतपुर व डीग जिले के रहने वाले हैं. अजमेर जेल में बंद आरोपियों के कब्जे से मोबाइल व सिम कार्ड भी बरामद किए गए हैं.

भरतपुर पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि जानकारी मिली कि अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद कृपाल जघीना गैंग के सदस्य भरतपुर जिले में गैंगवार की तैयारी कर रहे हैं. जयपुर एटीएस से भी इस तरह का इनपुट मिला. इस संबंध में 22 जून 2024 को कोतवाली थाने में एक मामला भी दर्ज हुआ कि अजमेर जेल में बंद कुछ व्यक्ति तीन लोगों के खिलाफ गैंगवार करने की फिराक में हैं.

मामला दर्ज होने के बाद तहकीकात की गई. तहकीकात में पता चला कि अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद रोहित, प्रशांत चौधरी, लोकेश चौधरी, शुभम लवानिया, बल्लो उर्फ बलराम, मोहित रेसलर, परमवीर, गब्बर, पंकज, जहांगीर उर्फ बाबू उर्फ डोरेमोन और लोकेंद्र उर्फ लोकी साजिश में शामिल हैं. 30 के बाद गैंगवार की साजिश रचने के आरोप में अजमेर जेल से पंकज, लोकेंद्र उर्फ लोकी और जहांगीर उर्फ डोरेमोन को गिरफ्तार किया है. साथ ही डीग जिले के सोगर गांव के लोकेश चौधरी और भरतपुर के जघीना गांव निवासी बलराम उर्फ बल्लो को भी गिरफ्तार किया गया है.

पढ़ें : Special : भरतपुर में सवा दो साल में 8 जघन्य हत्याकांड और गैंगवार...पड़ोसी राज्य के अवैध हथियार बने सिरदर्द

आरोपी बलराम व लोकेंद्र उर्फ लोकी के कब्जे से एक एक मोबाइल और सेवर जेल में सर्च ऑपरेशन के दौरान पंकज के कब्जे से एक सिम व जहांगीर के कब्जे से एक सिम व मोबाइल जब्त किया है. एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि इस पूरी साजिश में पांच अन्य आरोपियों का भी नाम सामने आया है. फिलहाल, पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से विस्तृत पूछताछ कर रही है. अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद अन्य आरोपियों को भी प्रोडक्शन वारंट पर भरतपुर लाकर पुलिस जल्द ही रिमांड पर लेगी.

एसपी मृदुल ने बताया कि भरतपुर में रेकी करने वाला और हथियारों की सप्लाई करने वाला आरोपी रोहित हथैनी फरार है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है. कुछ स्थानीय लोगों के भी नाम सामने आए हैं जो कि दोनों ही गैंग से ताल्लुक रखते हैं. गैंग का भय जिले में बना रहे इसलिए ये गैंगवार की घटना को अंजाम देना चाह रहे थे.

गौरतलब है कि 4 सितंबर 2022 की रात को भरतपुर शहर में कृपाल जघीना की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद बदला लेने के लिए कृपाल गैंग ने 12 जुलाई 2023 को जिले के आमोली टोल प्लाजा पर कुलदीप जघीना की गोली मारकर हत्या कर दी थी. दोनों मामलों में पुलिस ने करीब 24 आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है.

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