मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद से अब काउंटिंग को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. चार जून को लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आएंगे. उसके पहले सभी दलों की तरफ से जीत के दावे किए जा रहे हैं. इस बीच मनेंद्रगढ़ में गोंगपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता ईवीएम की निगरानी में जुट गए हैं. दोनों दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ईवीएम की पहरेदारी शुरू कर दी है.
गोंगपा और कांग्रेस कार्यकर्ता कर रहे ईवीएम की निगरानी: गोंगपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता तीन शिफ्टों में ईवीएम की निगरानी कर रहे हैं. सात मई को मनेंद्रगढ़ में चुनाव प्रक्रिया संपन्न हुई थी. उसके बाद से यहां चैनपुर के छत्तीसगढ़ स्टेट वेयर हाउसिंग कॉरपोरेशन शाखा में ईवीएम को रखा गया है. यहीं पर स्टॉन्ग रूम बनाया गया है. यही पर गोंगपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता ईवीएम की निगरानी के लिए स्टॉन्ग रूम के बाहर टेंट लगाकर डटे हुए हैं.
"मोदी सरकार पर लोगों का विश्वास नहीं रह गया है. चंडीगढ़ में मतगणना में किस प्रकार से गड़बड़ी की गई, उसे पूरे देश ने देखा है. इसके अलावा कहीं ईवीएम खेत में मिल रहा है, कहीं ईवीएम खराब हो रहा है. ईवीएम बदले जाने का संदेह है, इसलिए हम सभी कार्यकर्ता निगरानी कर रहे हैं": गुलाब कमरो, कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक
तीन शिफ्टों में हो रही ईवीएम की पहरेदारी: कांग्रेस और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ता तीन शिफ्टों में ईवीएम की निगरानी कर रहे हैं. सुबह दोपहर और रात में लगातार कार्यकर्ता यहां जुटे हुए हैं. कांग्रेस और गोंगपा के कार्यकर्ताओं का कहना है कि ईवीएम से आज के दौर में छेड़छाड़ की घटनाएं आम हो गई है. इसलिए वह कोई चांस नहीं लेना चाह रहे हैं और यहां पर लगातार पहरेदारी कर रहे हैं.