मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी की मॉल रोड पर जल्द गोल्फ कार्ट दौड़ते नजर आएंगे. जिसको लेकर प्रशासन और रिक्शा चालकों के बीच सहमति बन गई है. मसूरी एसडीएम कार्यालय में एसडीएम अनामिका सिंह और सदर एसडीएम हरी गिरी ने रिक्शा चालकों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की. जिसमें मसूरी में गोल्फ कार्ट के संचालक को लेकर विस्तार से चर्चा की गई.
रिक्शा चालकों को गोल्फ कार्ट में किया जाएगा समायोजित: मसूरी अनामिका सिंह ने बताया कि पहले चरण में चार गोल्फ कार्ट का संचालन किया जाना है, जिसको लेकर रिक्शा चालकों को प्राथमिकता दी गई है. उन्होंने कहा कि गोल्फ कार्ट के चलाने को लेकर रिक्शा चालकों को ट्रेनिंग दी जाएगी. जिससे कि वो सुरक्षित तरीके से मॉल रोड पर गोल्फ कार्ट का संचालन कर सकें. उन्होंने कहा कि रिक्शा चालकों की कुछ चालक रिक्शा संचालन को छोड़ना चाहते हैं, जिसको लेकर उनको शासन स्तर से मुआवजा दिया जाना है, जिसको लेकर वो खुद शासन स्तर पर वार्ता करेंगी.
उन्होंने कहा कि कुछ महिलाएं रिक्शा चालकों की मौत हो गई थी. जिनकी परिवार को विस्थापित करने के लिए उनको रोजगार के साधन उपलब्ध कराए जाएंगे. वहीं, अन्य रिक्शा चालकों को गोल्फ कार्ट में समायोजित किया जाएगा. पहले चरण पर चार गोल्फ कार्ट आ रहे हैं, जिनके सफल संचालन के बाद मसूरी के अलग-अलग रूट पर गोल्फ कार्ट का संचालन किया जाएगा.
मसूरी मजदूर संघ अध्यक्ष रणजीत सिंह चौहान ने कहा कि गोल्फ कार्ट संचालन को लेकर मजदूर संघ और रिक्शा चालक प्रशासन की पहल का स्वागत करते हैं. रिक्शा चालक ही गोल्फ कार्ट का संचालन करेंगे. इस बात पर सहमति बन चुकी है. कुछ रिक्शा चालक को विस्थापित किया जा रहा है और कुछ को मुआवजा देने की बात कही जा रही है. वो मसूरी को व्यवस्थित किए जाने को लेकर प्रशासन का हर तरीके से सहयोग करने को तैयार हैं.
वहीं, रिक्शा चालकों की रोजी-रोटी पर किसी प्रकार का कोई असर न पड़े, इसको लेकर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने बैठक कर अधिकारियों को रिक्शा चालकों से बात करके मसूरी में गोल्फ कार्ट के संचालन को लेकर सहमति बनाने के निर्देश दिए थे. जिसको लेकर आज बैठक की गई. रिक्शा चालकों के साथ चर्चा कर उनकी सभी मांगों को प्रशासन की ओर से मान लिया गया है.
क्या होता है गोल्फ कार्ट? गोल्फ कार्ट एक छोटा इलेक्ट्रिक मोटर से चलने वाला वाहन होता है. जिसे गोल्फ बग्गी या गोल्फ कार के रूप में जाना जाता है. यह चलाने में आसान होता है. साथ ही रखरखाव की भी ज्यादा जरूरत नहीं होती है. गोल्फ कार्ट की अधिकतम स्पीड 10 से 15 मील प्रति घंटा होती है.
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