गोड्डाः भाजपा प्रत्याशी निशिकांत दुबे ने गोड्डा में चुनावी कार्यालय उद्घाटन के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस दौरान बीजेपी से गोड्डा लोकसभा सीट के प्रत्याशी निशिकांत ने कहा कि उनका मुकाबला इंडिया गठबंधन या कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार प्रदीप यादव से नहीं, बल्कि ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से है.
गोड्डा में मुस्लिम वोटर्स हैं बड़ा फैक्टर
दरअसल, ज्यों-ज्यों चुनाव की तारीख सामने आ रही है राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. गोड्डा की राजनीति को करीब से जानने वाले पत्रकार नरेंद्र गांधी के अनुसार गोड्डा में मुस्लिम मतदाताओं एक मुश्त वोट जिसके भी पक्ष जाता है, वो चुनावी रेस का घोड़ा बन जाता है.
निशिकांत और प्रदीप यादव के बीच है सीधा मुकाबला
फिलहाल गोड्डा में अब तक जो स्थिति दिख रही है उसके अनुसार यहां पर सीधा मुकाबला भाजपा के निशिकांत दुबे और कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप यादव के बीच है. ये दोनों ही उम्मीदवार एक-दूसरे के पुराने प्रतिद्वंदी रहे हैं. इनके बीच तीन मुकाबले हो चुके हैं. ऐसे में एक बार फिर यह मुकाबला आमने-सामने का है.
चर्चाओं में है ओवैसी पार्टी की इंट्री, पर धरातल पर कहीं नहीं
ऐसे में कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा रहे इसी उद्देश्य से यह दाव खेला गया है. हालांकि अब तक ओवैसी की इंट्री केवल चर्चाओं में है, धरातल पर नहीं दिखा है. लेकिन यह भी सच है कि झारखंड में सर्वाधिक मुस्लिम मतदाता होने की वजह से यहां वोट कटवा के रूप में मुस्लिम उम्मीदवार की इंट्री ठीक चुनाव से पहले होती है, लेकिन वो मुकाबले में कोई कोन नहीं बना सके हैं. अब देखने वाली बात होगी कि जिस प्रकार से निशिकांत दुबे दावा कर रहे हैं कि ओवैसी की इंट्री होगी यह बात कितनी सच साबित होती है.
निशिकांत के बयान को बताया चुनावी शिगूफा
हालांकि इस बाबत पत्रकार नरेंद्र गांधी कहते हैं की ये चुनावी शिगूफा है. पिछली दफा भी एक राज्यसभा सांसद के भाई जावेद जफर ने अंतिम समय में बसपा से इंट्री मारी थी, लेकिन वो महज 17000 मत ही हासिल कर पाए थे. ऐसे में इतना तो तय है की असल मुकाबला प्रदीप यादव और वर्तमान सांसद निशिकांत दुबे के बीच ही है. इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि दोनों के बीच इस बार कांटे की टक्कर होगी.
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