बालोद : जिले के बालोद थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम अमलीडीह में अप्रैल में महिला का कटा हुआ शव मिला था. इस केस में 3 महीने बाद पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने महिला के हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस आरोपी के खिलाफ हत्या से जुड़े धाराओं में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है.
पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा : पुलिस के मुताबिक, ग्राम अमलीडीह में टुकड़ों में मिली लाश की पहचान प्रमिला के रूप में हुई. जिसका प्रेमी ही उसका हत्यारा निकला. आरोपी का नाम दीपक है, जिसने पहले तो महिला के साथ शारीरिक संबंध बनाए. जब आधी रात को उसे किसी अन्य व्यक्ति से बात करते देखा तो उसे मौत के घाट उतार दिया. आरोपी यहीं नहीं रुका, उसने महिला की लाश को जलाकर उसके टुकड़े कर दो बोरी में भर कर एक बोरी जंगल और दूसरा बोरी नहर किनारे फेंक दिया था.
कैसे सुलझी अंधे कत्ल की गुत्थी ? : पुलिस के बताया, पुलिस ने ग्राम अमलीडीह में टुकड़ों में शव मिलने के बाद बालोद जिला के अलावा धमतरी, दुर्ग, कांकेर, मानपुर और राजनांदगांव के गुमशुदा महिलाओं की डिटेल निकाली. इस दौरान मृतिका के पीएम रिपोर्ट से नसबंदी की जानकारी मिली. जिसके बाद मृतिका की पहचान व हत्या के अज्ञात आरोपी का पता लगाने बालोद थाना और साइबर सेल की टीम तैयारी की गई. बालोद जिले के कई मितानिनों, कोटवारों की मीटिंग लेकर महिला की पहचान करने की कोशिश की गई. इसके अलावा पुलिस ने बालोद शहर से अमलीडीह की ओर जाने वाले रास्तों के सीसीटीवी फुटेज निकालकर बारीकी से एनालिसिस किया गया.
महिला के गायब होने की मिली सूचना : पुलिस अंधे कत्ल को सुलझाने में लगी हुई थी. इसी बीच मुखबिर से सूचना मिली की डौण्डीलोहारा थाना क्षेत्र के ग्राम बकलीटोला में एक महिला कई दिनों से लापता है. वह अपने मायके ग्राम बाघमार में भी नहीं है. सूचना पर तत्काल बालोद पुलिस की टीम ग्राम बकलीटोला पहुंची और लापता महिला के संबध में पतासाजी की. इस दौरान पता चला कि ग्रामीण स्वरूप धुर्वे की पत्नी गांव में नहीं है. पुलिस ने स्वरूप धुर्वे से पूछताछ की तो पता चला कि उसकी पत्नी प्रमिला धुर्वे कुछ दिनों से लापता है. कहां गई है, इसकी जानकारी परिवार को नहीं है. उसके पति का कहना था कि वापस आ जायेगी सोंचकर उसने थाना में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराया. पुलिस की टीम ने महिला के मायके वालों से भी पूछताछ किया. जिसके बाद गुम महिला के मोबाईल का डेटाबेस सायबर सेल ने खंगालना शुरु किया.
जानिए कैसे हुई शव की पहचान : पुलिस के अनुसार, गुम महिला प्रमिला धुर्वे के बारे में उसकी मां बुधनतीन बाई ने को जब शव को फोटो दिखाया गया तो उन्होंने नाक की फूली, अंगूठी, पायल और नेलपालिश की पहचान कर अपनी बेटी का होना बताया. मृतिका के पैर में जो पायल थी उसका एक जोड़ा मां के पास भी था, जिसका मिलान किया गया. जिसके बाद मृतिका की पहचान प्रमिला धुर्वे के रूप में हुई.
अवैध संबंध बनाना पड़ा भारी : पुलिस ने बताया, मृतिका प्रमिला का एक व्यक्ति से संबंध था. कॉल डिटेल के आधार पर उसका पता लगाने में पुलिस को सफलता मिली. मृतिका घर से जाने के बाद डारागांव निवासी दीपक साहू के साथ थी. पुलिस ने जब दीपक साहू से पूछताछ किया तो शुरु में वह पुलिस को गुमराह कर रहा था, लेकिन टीम ने साक्ष्यों के आधार पर पूछताछ किया तो उसने जुर्म कबूल कर लिया.
पहले बनाया संबंध, फिर उतारा मौत के घाट : आरोपी ने बताया कि 05 साल पहले उसकी पत्नि से उसका तलाक हो गया था. वह अपने मामा गांव बकलीटोला जाने लगा. उस दौरान प्रमिला से उसकी पहचान हुई, जो प्रेम संबध में बदल गया. प्रमिला आरोपी के घर डारागांव आने जाने लगी थी. इस बीच प्रमिला ने दीपक पर शादी कर अपने पास रखने दबाव बनाने लगी. घटना वाले दिन मृतिका प्रमिला को अपने घर डारागांव में लाकर आरोपी ने पहले संबंध बनाया और रात में दोनों शराब पीकर सो गए. थोड़ी देर बाद अचानक दीपक की नींद खुली तो उसने प्रमिला को किसी से मोबाईल में बात करते सुना, जिससे दोनों के बीच विवाद शुरु हो गए. दीपक ने प्रमिला को थप्पड़ मारा और सिर को पकड़कर चौखट पर पटक दिया, जिससे प्रमिला बेहोश होकर नीचे गिर गई.
शव के टुकड़े कर लगाया ठिकाने : पुलिस के मुताबिक, आरोपी दीपक ने प्रमिला को अपने घर की बाड़ी में ले जाकर पहचान छुपाने की नियत से पेट्रोल डालकर जला दिया. घर में रखे हंसिया से उसके सिर, पैर, हाथ को काटकर दो अलग-अलग बोरियों में भर कर अपने बाइक से अमलीडीह से लगे गोंदली नहर के पास सौ-सौ मीटर की दूरी में दोनों बोरियों को फेंक दिया और अपने घर आ गया.
आरोपी को रिमांड पर भेजा जेल : पुलिस ने आरोपी दीपक साहू के कब्जे से घटना में इस्तेमाल बाइक, रस्सी, बोरी और हंसिया को जब्त किया है. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया और विधिवत गिरफ्तार कर उसे न्यायिक रिमांड पर भेजा है. इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में बालोद पुलिस और साइबर सेल की विशेष भूमिका रही.