लखनऊः राजधानी के पारा इलाके में रहने वाली नाबालिग छात्रा ने गलती से खांसी की दवा की जगह कीटनाशक पी लिया. मां ने पूछा तो बताया कि उसने खांसी का सीरप पिया है. इसके बाद छात्रा को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान मौत हो गई. पारा के मायापुरम बुद्धेश्वर बिहार के रहने वाली सृष्टि चौरसिया (15) राजकीय इंटर कॉलेज से कक्षा 9 की छात्रा थीं.
जानकारी के मुताबिक, मामला पारा थाना क्षेत्र मायापुरम बुद्धेश्वर बिहार निवासी अनूप प्राइवेट नौकरी करते हैं. अनूप के दो बेटे यश, राज और बेटी सृष्टी थी. चौरसिया ने बताया बेटी सृष्टि को कुछ दिनों से खांसी आ रही थी. 26 नवंबर को बेटी ने घर में कीटनाशक दवा को खांसी की दवा समझकर पी लिया. कुछ देर के बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. इस पर मां सुमन ने पूछा तो बताया कि खांसी का सीरप पिया है. इसके बाद मां ने जब चेक किया तो पता चला कि खांसी के सीरप की शीशी में कीटनाशक भरकर रखा था. परिजनों ने सृष्टि को फौरन ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया. जहां इलाज के दौरान शुक्रवार की सुबह छात्रा ने दम तोड़ दिया. सूचना पर पहुंची चौक पुलिस ने छानबीन के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
चौक थाना के इंस्पेक्टर नागेश उपाध्याय ने बताया कि कक्षा नौ की छात्रा ने कफ सीरप की जगह कीटनाशक पी लिया था. जब उसकी हालत बिगड़ी तो मां ने पूछा तो उसने बताया कि कफ सीरप पी लिया है. मां ने बताया कि कफ सीरप की शीशी में कीटनाशक भरकर रखा हुआ था. बेटी ने कफ सीरफ समझकर पी लिया और मौत हो गई. परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी है. छात्रा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.