गिरिडीहः नगर निगम में तैनात सफाई कर्मियों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. सफाई कर्मियों का आरोप है कि उन्हें वोट देने के अधिकार से वंचित रखा गया. इसे लेकर गुरुवार की सुबह सफाई कर्मियों ने नगर निगम के सामने प्रदर्शन किया और फिर कार्य बहिष्कार की घोषणा कर दी. इस दौरान सफाई कर्मियों ने नारेबाजी भी की.
सफाई कर्मियों ने सुनाई पीड़ा
इस संबंध में गिरिडीह नगर निगम के सफाई कर्मी आकाश का कहना है कि 26 अक्टूबर को 250 सफाई कर्मियों को इलेक्शन ट्रेनिंग पर भेजा गया था. ट्रेनिंग करने के बाद सभी कर्मी वापस आ गए. बाद में सभी कर्मियों ने कहा कि वे पढ़े-लिखे नहीं हैं. ऐसे में वे लोग चुनाव कार्य नहीं कर सकते. ऐसे में सभी कर्मियों से पोलिंग बूथों की सफाई करवायी गई. साथ ही कर्मियों को बूथ पर तैनात कर दिया गया.
डीसी से कार्रवाई की मांग
गिरिडीह नगर निगम के सफाई कर्मियों का आरोप है कि जब 20 नवंबर को वे मतदान करने गए तो उन्हें कहा गया कि सभी का मत पड़ गया है. सफाई कर्मचारी आकाश का कहना है कि सभी 250 कर्मियों ने गिरिडीह के डीसी से मांग की है कि उन्हें मताधिकार का प्रयोग करने दिया जाए और जो भी दोषी हैं उनपर कार्रवाई की जाए.
नगर उप आयुक्त का पक्ष
इधर, इस संबंध में नगर उप आयुक्त प्रशांत कुमार लायक ने कहा कि मतदान से वंचित रखने का आरोप गलत है. उन्होंने कहा कि कर्मियों से ऑफलाइन मतदान करवाया गया है. जो कर्मी मतदान से वंचित रह गए थे उनसे भी मतदान के दिन से पूर्व ही वोटिंग करायी गई थी.
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