नई दिल्ली: गाजियाबाद से सामने एक अनोखा और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यह लोगों के लिए चर्चा का विषय बन गया है. एक महिला ने रोडवेज बस में ही बच्चे को जन्म दिया. बताया जा रहा है कि गुरुवार को शाहजहांपुर निवासी प्रमोद कुमार पत्नी रिंकी के साथ रामखेड़ा गांव जा रहे थे. अचानक, इंदरगढ़ी के पास प्रसव पीड़ा शुरू हो गई.
प्रमोद ने तुरंत 102 एंबुलेंस पर कॉल कर सहायता मांगी. सूचना मिलते ही संजय नगर स्थित संयुक्त अस्पताल से एंबुलेंस रवाना हुई और सिर्फ दस मिनट के भीतर इंदरगढ़ी पहुंच गई. हालांकि, जैसे ही एंबुलेंस कर्मचारी रिंकी को एंबुलेंस में शिफ्ट करने का प्रयास कर रहे थे, उनकी प्रसव पीड़ा ज्यादा बढ़ गई. इस गंभीर परिस्थिति को देखते हुए एंबुलेंस में मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया. एमटी अमित कुमार और पायलट कैलाश यादव ने रोडवेज बस में ही रिंकी का सफल प्रसव कराने का निश्चय किया. एंबुलेंस में उपलब्ध डिलीवरी किट की मदद से रिंकी ने रोडवेज बस में एक स्वस्थ पुत्र को जन्म दिया.
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स्वास्थ्यकर्मियों की सराहना: जन्म के तुरंत बाद नवजात और मां को एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है. दोनों स्वस्थ हैं. एंबुलेंस सेवा के डिस्ट्रिक्ट मैनेजर शमशेर अहमद और प्रोग्राम मैनेजर संजय त्यागी ने इस घटना को सराहनीय कार्य बताया. उन्होंने कहा कि एंबुलेंस कर्मचारी की कड़ी मेहनत और सकारात्मक रिस्पॉन्स के लिए उन्हें सम्मानित किया जाएगा.
वहीं, गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अखिलेश मोहन ने भी एंबुलेंस स्टाफ के कार्य की सराहना की है और उनकी प्रशंसा के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सम्मान दिए जाने की बात कही है.