नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली-एनसीआर में साइबर फ्रॉड की घटनाएं तेजी के साथ बढ़ रही हैं. गाजियाबाद में बीते 9 महीने में 350 से अधिक साइबर फ्रॉड की घटनाएं हुई हैं, जिसमें कुल 84 करोड़ रुपए की ठगी हुई है. अधिकतर घटनाएं शेयर ट्रेडिंग और टेलीग्राम के नाम पर हुई हैं. ऐसे में साइबर फ्रॉड से लोगों को सुरक्षित रखने का एकमात्र उपाय है लोगों को फ्रॉड के प्रति जागरूक करना.
गाजियाबाद पुलिस ने साइबर क्राइम के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए एक पहल शुरू की है. दरअसल, गाजियाबाद में सिनेमाघरों के माध्यम से लोगों को साइबर फ्रॉड के प्रति जागरूक किया जाएगा. एडीसीपी अपराध सच्चिदानंद ने बताया साइबर फ्रॉड की प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान संचालित की जा रहे हैं. स्कूल, कॉलेज, सोसाइटियों समेत विभिन्न शैक्षिक और व्यावसायिक संस्थानों में साइबर फ्रॉड के प्रति लोगों को साइबर सेल द्वारा जागरूक किया जा रहा है.
सिनेमाघरों में साइबर फ्रॉड अवेयरनेस प्रोग्राम: एडीसीपी अपराध सच्चिदानंद के मुताबिक, गाजियाबाद के विभिन्न सिनेमाघरों की 78 स्क्रीन्स के माध्यम से लोगों को साइबर फ्रॉड के प्रति अवेयर किया जाएगा. फिलहाल, 20 स्क्रीन्स के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. हफ्ते भर में सभी 78 स्क्रीन्स के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा. हजारों की संख्या में लोग सिनेमा हॉल्स में फिल्म देखने के लिए जाते हैं. फिल्म से पहले करीब एक मिनट का वीडियो स्क्रीन पर दिखाया किया जाएगा. वीडियो के माध्यम से शेयर ट्रेडिंग फ्रॉड, प्रोडक्ट रिटर्न स्कैम, डेटिंग स्कैम, लोन स्कैम, डिजिटल अरेस्ट आदि के बारे में बताया जाएगा.
शेयर ट्रेडिंग और टेलीग्राम टास्किंग के नाम पर ठगी: बीते नौ महीने में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 192 और टेलीग्राम टास्किंग के नाम कुल 72 फ्रॉड की घटनाएं सामने आ चुकी है. साइबर ठग लोगों को या तो इन्वेस्टमेंट पर मोटे मुनाफे का लालच देकर ठक रहे हैं या फिर डिजिटल अरेस्ट समेत विभिन्न प्रकार से ठगी कर रहे हैं. ऐसे में साइबर ठगों द्वारा अपनाए जा रहे तरीकों को वीडियो के माध्यम से दिखाया जाएगा, ताकि लोग आसानी से अवेयर हो सकें. साइबर ठगी से किस तरह से बचा जाए? साइबर ठगी होने पर क्या कदम उठाने चाहिए? वीडियो में दिखाया जाएगा.
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