नई दिल्ली/गाजियाबाद : गाजियाबाद में एक महीने पहले हुई हत्या के मामले में पुलिस ने मुठभेड़ के बाद दो आरोपियों को पकड़ा है. सिविल लाइन चौकी क्षेत्र में 15-16 अक्टूबर की रात रेलवे ट्रैक पर शव की सूचना मिली थी. पहचान न होने पर पुलिस ने इसे लावारिस मानकर अंतिम संस्कार कर दिया था.
मृतक के पिता ने थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट: परमात्मा नामक व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि यह शव उनके बेटे लाल सिंह का है. उनके द्वारा थाने में एक तहरीर दी गई, जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें शक है कि कुछ लोगों द्वारा उनके बेटे की हत्या की गई है और शव को रेलवे लाइन पर फेंक दिया. उन्होंने तीन लोगों पर हत्या का शक जताते हुए शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की.
मुखबिर से मिली सूचना पर की गई कार्रवाई: रविवार देर रात शहर कोतवाली इलाके पुलिस चेकिंग कर रही थी. पुलिस को एक मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि कुछ वांछित व्यक्ति इंद्रनगर से चिपियाना के रास्ते जा रहे हैं. उसी दौरान आरोपी बाइक पर जाते दिखाई दिए. जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक आरोपी के पैर में गोली लगी, जबकि दूसरा आरोपी नईम मौके से गिरफ्तार कर लिया गया.
ऐसे दिया था हत्या को अंजाम: जिस व्यक्ति के पैर में गोली लगी, उसका नाम अनिल उफ लंबू है. जब पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो पता चला कि इन दोनों आरोपियों ने लाल सिंह की हत्या की थी और उसके शव को रेलवे ट्रैक पर रख दिया था. घायल को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया गया और आगे की कार्रवाई की जा रही है.
पुलिस को मिले कई सुराग : पुलिस ने आरोपियों के पास से तमंचा, जिंदा और खोखा कारतूस और इंदिरापुरम से चुराई मोटरसाइकिल बरामद की है. शुरुआती जांच में पता चला कि दोनों आरोपी नशे का धंधा करते थे. पुलिस को शक है कि हत्या का कारण भी इसी धंधे से जुड़ा हो सकता है. एसीपी रितेश त्रिपाठी के अनुसार, पुलिस इन आरोपियों के आपराधिक इतिहास की जांच कर रही है.
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