लखनऊ : एक फरवरी को देश का बजट 2025 पेश होने वाला है. इसको लेकर सभी की निगाहें भारत सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर टिकी हुई हैं. यह बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के लिए भी खास होगा क्योंकि, वे लगातार आठवीं बार बजट पेश करेंगी. वहीं आम आदमी के साथ, व्यापारी, सर्विस क्लास की भी नजर बजट पर टिकी है. बजट को लेकर स्टॉक मार्केट से लेकर चाय की टपरी तक सभी की जगह अटकलों का बाजार गरम है.
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों की बॉडी इंडियन इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन (IIA) को भी बजट से कई उम्मीद हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में संस्था के नेशनल प्रेसिडेंट नीरज सिंघल बताते हैं कि छोटे उद्योग के लिए टैक्सेशन कम होना चाहिए, ईज़ ऑफ डूइंग मैन्युफैक्चरिंग बढ़नी चाहिए, जिसका सकारात्मक असर ईज़ ऑफ़ डूइंग बिजनेस पर स्वतः ही पड़ेगा. जो कॉर्पोरेट से टैक्स लिया जा रहा है सरकार को उसी अनुपात में टैक्स एमएसएमई (MSME) से नहीं लेना चाहिए.
इंडियन इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन (IIA) के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट दिनेश गोयल ने उम्मीद जताई है कि इस बार नया इनकम टैक्स कोड आ जाएगा. सरकार से उम्मीद है कि इस बजट से महिला उद्यमियों और युवा उद्यमियों को बढ़ावा मिलेगा. टेक्निकल अपग्रेडेशन और डिजिटलीकरण को महत्व देने से कॉस्ट सेविंग में उद्योगों को काफी मदद मिल सकती है.
उम्मीद है कि यह महत्वपूर्ण बिंदु इस बार बजट में शामिल होंगे. इसके अलावा उद्योग के लिए उपलब्ध लैंड बैंक पर "यूनिफॉर्म इंडस्ट्रियल लैंड पॉलिसी कोड आने उम्मीद है. ऐसा होने पर इसका सीधा फायदा एमएसएमई को मिलेगा.