नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में इस साल छात्रसंघ चुनाव कराने को लेकर पूरी जोर आजमाइश चल रही है. छात्रसंघ के दो पदाधियारियों को डीन ऑफ स्टूडेंट प्रोफेसर मनुराधा चौधरी द्वारा जेएनयू के सभी 13 स्कूल और सात सेंटरों की जीबीएम (जनरल बॉडी मीटिंग) कराने के लिए नामित कर दिया गया है. इसके बाद से जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आइषी घोष और मोहम्मद दानिश ने स्कूलों की जीबीएम करानी शुरू कर दी हैं. जेएनयू के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अबतक पांच स्कूलों की जीबीएम हो भी चुकी हैं.
स्कूल ऑफ सोशल साइंस, स्कूल ऑफ नैनोसाइंस, स्कूल ऑफ आर्ट एंड एस्थेटिक्स, स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज सहित एक अन्य स्कूल में जीबीएम होने के बाद चुनाव समिति के सदस्यों को चुन लिया गया है. अब गुरुवार को स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज (एसआईएस) सहित अन्य कई स्कूलों में जीबीएम का आयोजन किया जाएगा. जेएनयू के छात्र व एबीवीपी के राष्ट्रीय मीडिया सहसंयोजक अंबुज मिश्रा ने बताया कि आगमी 10 दिनों में सभी स्कूलों में जीबीएम का काम पूरा हो जाएगा, जिसके बाद चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी. उन्होंने बताया कि लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुसार, स्कूल प्रशासन को छह से आठ सप्ताह के अंदर चुनाव कराना होता है. इसलिए जेएनयू छात्रसंघ के पदाधियारियों को भी चुनाव संपन्न कराने की जल्दी है.
बता दें कि, जेएनयू में छात्रसंघ के चुनाव की प्रक्रिया काफी जटिल है. यहां पर सभी स्कूलों से एक-एक चुनाव समिति का सदस्य चुना जाता है. इसके बाद उन सदस्यों में एक चुनाव अधिकारी बनाया जाता है, जो चुनाव की तारीखों की घोषणा करता है. इसमें नामांकन की तारीख, नाम वापसी, वोटिंग की तारीख, काउंसलर के चुनाव की तारीख शामिल होती है. जेएनयू छात्रसंघ के चुनाव में हर साल मुख्य मुकाबला एबीवीपी और वामपंथी छात्र संगठनों के बीच ही रहता है.
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