गयाः गया जिला धार्मिक नगरी के रूप में प्रसिद्ध है. अब यहां आने वाले श्रद्धाओं और पर्यटकों को मेट्रो की सुविधा उपलब्ध होगी. मेट्रो निर्माण के कार्य में तेजी लाने के लिए दूसरे चरण में रूट को लेकर निर्णय लिया जाना है. कोरिडोर 1 का रूट बोधगया के आईआईएम से शुरू होगा, पहला स्टेशन दुमोहान महाबोधि टेंपल होगा, यहां से सीधे वास्तु विहार, तिकोना मोर, बीआईटी, गया एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन होते हुए पहाड़पुर स्टेशन होगा. कोरिडोर 1 और 2 का काॅमन स्टेशन पहाड़पुर स्टेशन होगा. यही इंटरचेंज स्टेशन ब्लू और रेड लाइन के लिए चेंज करना होगा.
कोरिडोर 2 का रूट चार्टः पहाड़पुर इंटरचेंज स्टेशन से कॉरिडोर 1 के लिए एनवायरमेंटल पार्क, सिकरिया मोड़, गया कॉलेज, जयप्रकाश नगर, गांधी मैदान, गया जंक्शन , बागेश्वरी कॉलोनी, केपी कॉलोनी, नवादा कंडी होते हुए सनसिटी चाकंद के पास लास्ट स्टेशन होगा. जबकि कोरिडोर 2 के लिए पहाड़पुर इंटरचेंज स्टेशन से पहले स्टेशन ब्रह्म वन होगा, इसके बाद बिपार्ड, नैली, अशोक विहार कॉलोनी, श्री विष्णुपद मंदिर, बहोरा बिघा, सुरहरी, सिद्धार्थ पुरी कॉलोनी, रसलपूर रेलवे गुमटी होते हुए लखनपुर आखिरी स्टॉप होगा.
प्रस्तावित रूट पर लगेगी आखिरी मुहरः गया में मेट्रो निर्माण के कार्य शुरू हो, उस से पहले ' राइट्स दी इंफ्रास्ट्रक्चर पीपुल कंपनी' के द्वारा सर्वे का कार्य हुआ. सनसिटी चाकंद से होते हुए गया शहर से बोधगया और गया शहर के मानपुर, बाईपास और शहर के अंदरूनी भाग तक के लिए सर्वे हुआ था. जुलाई 2024 में सर्वे करने के लिए कंपनी को जिम्मेदारी दी गई थी. जिला पदाधिकारी ने बताया कि ट्रैफिक का भी सर्वे किया गया कि किस रूट पर अधिक आवागमन है.
"दूसरे चरण में रूट तय करने को लेकर एक अहम बैठक हुई. इस में बिहार सरकार के मंत्री सह गया टाउन विधायक डॉ प्रेम कुमार समेत अधिकारी और जनप्रतिनिधि शामिल हुए. नगर विकास विभाग बिहार के द्वारा राइट्स कंपनी जो भारत सरकार की एजेंसी है, उससे सर्वे कराया गया है." -डॉ त्याग राजन, डीएम, गया
पहले दो कोच की चलेगी मैट्रोः सर्वे के दौरान कंपनी ने बिहार सरकार को प्रस्ताव दिया है कि पहले दो कोच की मेट्रो चलाई जाए. इसमें लगभग 600 लोग सफर कर सकेंगे. सर्वे में किराए पर भी कंपनी ने लोगों की राय लेकर सरकार को अगवत कराया है. हालांकि अभी नहीं बताया गया है कि कितना किराया होगा.
34 किमी का सफरः बिहार सरकार के मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने बताया कि कॉरिडोर 1 में 22.50 किमी तक मैट्रो चलेगी. इसमें कुल 18 स्टेशन प्रस्तावित हैं, जबकि जिंदपुर नियर आईआईएम के पास 20 एकड़ जमीन पर डिपो बनेगा. कॉरिडोर 2 के तहत पहाड़पुर से लखनपुर तक कार्य होगा. इसकी दूरी 13.50 किमी है. कॉरिडोर 2 में कुल 10 स्टेशनों का प्रस्ताव है. कोरिडोर 2 का डिपो लखनपुर में 12 एकड़ भूमि में बनाया जाना प्रस्तावित है.
"सरकार पूरी तैयारी कर रही है. सरकार के पास काफी जमीन है. रेलवे से भी हमलोग बात करेंगे. एक संयुक्त बैठक कर योजनाओं को धरातल पर उतारा जाएगा." -डॉ प्रेम कुमार, नगर विकास मंत्री, बिहार
प्राक्कलन राशि 7633 करोड़ः राइट्स कंपनी ने सर्वे कर सरकार को परियोजना की पूरी जानकारी दी है. कंपनी के द्वारा 7633 करोड़ रुपए अनुमानित राशि बताई गई है. पूरी परियोजना एलिवेटेड होगी. ज्यादातर इसका हिस्सा नेशनल हाईवे पर है. नेशनल हाईवे के डिवाइडर पर पुल बनेगा. आईआईएम से पहाड़पुर तक नेशनल हाईवे है. जबकि लगभग 8 किमी तक रेलवे की जमीन पर कार्य होने होना प्रस्तावित है.
नगर निगम कर सकता है विरोधः मेट्रो के प्रस्तावित रूट से नगर निगम के प्रतिनिधि संतुष्ट नहीं हैं. नगर निगम स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि इस प्रस्तावित रूट से शहर के लोगों को अधिक फायदा नहीं होगा. कारण ये है कि जहां आवागमन अधिक होता है. जहां ट्रैफिक ज्यादा है, वहां मेट्रो का रूट नहीं है. इस कारण से निगम इसका विरोध करेगा. बोर्ड की मीटिंग में प्रस्ताव पारित कर सरकार को भेजा जाएगा.
30 लाख से अधिक पर्यटक आते हैं गयाः बता दें कि गया से बोधगया के बीच मेट्रो चलने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. गया और बोधगया में पिछले साल 30 लाख से अधिक पर्यटक आए थे. इस में पितृपक्ष मेला में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी शामिल है. बोधगया और गया में सालों भर पर्यटक आते हैं.
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