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कूड़ा बीनने वाला आकाश बनेगा 'मिल्खा सिंह', 400 मीटर दौड़ में दिखाएगा दम, कबड्डी और खो-खो में करेगा कमाल

मलिन बस्ती में रहकर कूड़ा बीनने वाला आकाश 400 मीटर की राज्य स्तरीय अंडर-14 की दौड़ प्रतियोगिता में हिस्सा लेगा.

RUNNER AKASH
कूड़ा बीनने वाला आकाश बनेगा 'मिल्खा सिंह' (photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 25, 2024, 4:10 PM IST

श्रीनगर: कहते हैं कि अगर कुछ करने की चाहत हो, तो कोई भी मुश्किल आपका रास्ता नहीं रोक सकती है. ये पक्तियां मलिन बस्ती में रहने वाले आकाश पर बिलकुल सटीक बैठती हैं. आकाश कूड़ा बीनने का काम करता है, लेकिन अब वो अपनी कड़ी मेहनत की बदौलत 400 मीटर की राज्य स्तरीय अंडर-14 एएफआई (एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) दौड़ प्रतियोगिता में भाग लेने जा रहा है.

कबाड़ बीनने का काम करता है आकाश: बता दें कि 13 वर्षीय आकाश राजकीय प्राथमिक विद्यालय गहड़ में चौथी कक्षा का छात्र है और मलिन बस्ती में रहता है. आकाश के परिजन कबाड़ बीनने का काम करते हैं. खाली समय में आकाश भी अपने परिजनों के साथ कूड़ा बीनने जाता है, लेकिन वह खेलों में गहरी रुचि रखता है. इससे पहले, आकाश ने ब्लॉक और जिला स्तरीय दौड़ प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान प्राप्त किया है.

कूड़ा बीनने वाला आकाश बनेगा 'मिल्खा सिंह' (VIDEO-ETV Bharat)

कबड्डी और खो-खो में आकाश की रुचि : धावक आकाश ने बताया कि उसे खेलों में काफी रुचि है और वह 50 मीटर, 200 मीटर और 400 मीटर दौड़ में भाग ले चुका है. इसके अलावा, वो कबड्डी और खो-खो जैसे खेलों में भी भाग लेता है. मलिन बस्ती के अधिकांश बच्चे ना तो स्कूल जाते हैं और ना ही खेलों में रुचि लेते हैं, लेकिन वह स्कूल जाता है और खेल प्रतियोगिताओं में भी भाग लेता है. उसने कहा कि वह पहले सुबह स्कूल जाता है और फिर अपने घर वालों के साथ कबाड़ बीनने जाता हैं. आकाश के माता-पिता भी उसे खेलने के लिए स्पोर्ट करते हैं.

कोच बोले आकाश में एक अलग ही जुनून: आकाश के कोच विकास शाह ने बताया कि उन्होंने आकाश को जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के दौरान देखा था, तब उन्हें आकाश में एक अलग ही जुनून नजर आया. उस समय आकाश 50 और 100 मीटर दौड़ में भाग ले रहा था. उन्होंने बताया कि आकाश को 400 मीटर दौड़ के लिए उन्होंने तैयार करना शुरू कर दिया. अब वे आकाश को राज्य स्तरीय एएफआई खेलकूद प्रतियोगिताओं के लिए तैयार कर रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि एएफआई राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता दो महीने में शुरू होने वाली है. वे आकाश को आगे बढ़ाने के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं, लेकिन संसाधनों की कमी है.

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श्रीनगर: कहते हैं कि अगर कुछ करने की चाहत हो, तो कोई भी मुश्किल आपका रास्ता नहीं रोक सकती है. ये पक्तियां मलिन बस्ती में रहने वाले आकाश पर बिलकुल सटीक बैठती हैं. आकाश कूड़ा बीनने का काम करता है, लेकिन अब वो अपनी कड़ी मेहनत की बदौलत 400 मीटर की राज्य स्तरीय अंडर-14 एएफआई (एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) दौड़ प्रतियोगिता में भाग लेने जा रहा है.

कबाड़ बीनने का काम करता है आकाश: बता दें कि 13 वर्षीय आकाश राजकीय प्राथमिक विद्यालय गहड़ में चौथी कक्षा का छात्र है और मलिन बस्ती में रहता है. आकाश के परिजन कबाड़ बीनने का काम करते हैं. खाली समय में आकाश भी अपने परिजनों के साथ कूड़ा बीनने जाता है, लेकिन वह खेलों में गहरी रुचि रखता है. इससे पहले, आकाश ने ब्लॉक और जिला स्तरीय दौड़ प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान प्राप्त किया है.

कूड़ा बीनने वाला आकाश बनेगा 'मिल्खा सिंह' (VIDEO-ETV Bharat)

कबड्डी और खो-खो में आकाश की रुचि : धावक आकाश ने बताया कि उसे खेलों में काफी रुचि है और वह 50 मीटर, 200 मीटर और 400 मीटर दौड़ में भाग ले चुका है. इसके अलावा, वो कबड्डी और खो-खो जैसे खेलों में भी भाग लेता है. मलिन बस्ती के अधिकांश बच्चे ना तो स्कूल जाते हैं और ना ही खेलों में रुचि लेते हैं, लेकिन वह स्कूल जाता है और खेल प्रतियोगिताओं में भी भाग लेता है. उसने कहा कि वह पहले सुबह स्कूल जाता है और फिर अपने घर वालों के साथ कबाड़ बीनने जाता हैं. आकाश के माता-पिता भी उसे खेलने के लिए स्पोर्ट करते हैं.

कोच बोले आकाश में एक अलग ही जुनून: आकाश के कोच विकास शाह ने बताया कि उन्होंने आकाश को जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के दौरान देखा था, तब उन्हें आकाश में एक अलग ही जुनून नजर आया. उस समय आकाश 50 और 100 मीटर दौड़ में भाग ले रहा था. उन्होंने बताया कि आकाश को 400 मीटर दौड़ के लिए उन्होंने तैयार करना शुरू कर दिया. अब वे आकाश को राज्य स्तरीय एएफआई खेलकूद प्रतियोगिताओं के लिए तैयार कर रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि एएफआई राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता दो महीने में शुरू होने वाली है. वे आकाश को आगे बढ़ाने के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं, लेकिन संसाधनों की कमी है.

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