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जानकीचट्टी सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में कूड़े का निस्तारण, कचरा मुक्त हो रही यमुनोत्री की यात्रा - Garbage Disposal Plant Janki Chatti

Solid Waste Management Plant System Janki Chatti यमुनोत्री धाम की यात्रा पूरे शबाब पर है, ऐसे में काफी कचरा भी निकल रहा है. जिसके देखते हुए जानकीचट्टी सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाया गया है. जो कूड़ा निस्तारण में बेहद उपयोगी साबित हो रहा है. खास बात ये है कि यह प्लांट आधुनिक प्लाज्मा तकनीक से लैस है. जिसमें रोजाना एक टन तक कूड़े के निस्तारण की व्यवस्था है.

SOLID WASTE MANAGEMENT PLANT SYSTEM
जानकीचट्टी में कूड़ा निस्तारण प्लांट (फोटो सोर्स- जिला सूचना विभाग)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 24, 2024, 10:19 PM IST

उत्तरकाशी: यमुनोत्री धाम और इसके आखिरी पड़ावों के ठोस कूडे़ के सुरक्षित निस्तारण के लिए जानकीचट्टी में नवनिर्मित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बेहद उपयोगी साबित हो रहा है. आधुनिक प्लाज्मा तकनीक से युक्त इस प्लांट ने यात्रा शुरू होने के साथ ही नियमित रूप से काम करना शुरू कर दिया है. इसमें रोजाना एक टन तक ठोस कूड़े का निस्तारण करने की व्यवस्था है.

2 करोड़ 36 लाख रुपए की लागत बना सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट: यमुनोत्री धाम और जानकीचट्टी समेत आस पास के क्षेत्रों में यात्रा सीजन में काफी मात्रा में प्लास्टिक व अन्य प्रकार का ठोस कूड़ा जमा होता है. इस कूड़े के सुरक्षित निस्तारण की चुनौती को देखते हुए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से प्रसाद योजना के तहत जानकीचट्टी में 2 करोड़ 36 लाख रुपए की लागत से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निर्माण करवाया गया है.

एक टन कूड़े को 15 से 20 किलो राख में बदल देता है प्लांट: ब्रिडकुल की ओर से निर्मित यह प्लांट ठोस कूड़ा निस्तारण की प्लाज्मा तकनीक वाले देश के चुनिंदा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में से एक है. खास तकनीक के जरिए यह प्लांट एक टन कूड़े को 15 से 20 किलो हानिरहित राख में तब्दील कर देता है. कूड़े के निस्तारण से निकलने वाली गैसों का भी प्लांट के भीतर ही सुरक्षित ढंग से ट्रीटमेंट करने की व्यवस्था है.

जिसके कारण प्लांट की चिमनी से बाहर निकलने वाला धुआं अत्यधिक कम, सफेद रंग और हानिकारक गैसों से रहित होता है. इस प्लांट को रोजाना 8 घंटे तक संचालित करने पर करीब एक टन कूड़ा का निस्तारण करने की क्षमता है. इस प्लांट निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यात्रा सीजन शुरू होने के साथ ही जिला पंचायत के माध्यम से इस नियमित संचालन करने की व्यवस्था की गई है.

उत्तरकाशी जिलाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने यात्रा शुरू होने से पहले जानकीचट्टी क्षेत्र के भ्रमण के दौरान इस प्लांट को सुव्यवस्थित रूप से संचालित करने को कहा था. साथ ही क्षेत्र के ठोस कूड़ा को नियमित रूप से निस्तारण के लिए इस प्लांट पर लाने पर विशेष जोर दिया था.

डीएम बिष्ट ने यमुनोत्री धाम समेत इसके पैदल मार्ग की सफाई का जिम्मा सुलभ इंटरनेशनल और जानकीचट्टी समेत अन्य इलाकों की सफाई का जिम्मा जिला पंचायत को सौंपा था. साथ ही उन्हें कूड़े का समुचित प्रबंधन, सुरक्षित निस्तारण के लिए इस प्लांट का सदुपयोग सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए थे.

उन्होंने कहा था कि आधुनिक तकनीक के इस प्लांट के बन जाने से क्षेत्र के कूड़ा प्रबंधन की समस्या के समाधान में काफी मदद मिलेगी. यात्रा शुरू होते ही इस प्लांट ने नियमित रूप से काम करना शुरू कर दिया है. रोजाना इसमें कूड़े का सुरक्षित निस्तारण किया जा रहा है. डीएम नियमित रूप से इस प्लांट के संचालन और प्रगति की मॉनिटरिंग भी कर रहे हैं.

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2 करोड़ 36 लाख रुपए की लागत बना सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट: यमुनोत्री धाम और जानकीचट्टी समेत आस पास के क्षेत्रों में यात्रा सीजन में काफी मात्रा में प्लास्टिक व अन्य प्रकार का ठोस कूड़ा जमा होता है. इस कूड़े के सुरक्षित निस्तारण की चुनौती को देखते हुए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से प्रसाद योजना के तहत जानकीचट्टी में 2 करोड़ 36 लाख रुपए की लागत से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निर्माण करवाया गया है.

एक टन कूड़े को 15 से 20 किलो राख में बदल देता है प्लांट: ब्रिडकुल की ओर से निर्मित यह प्लांट ठोस कूड़ा निस्तारण की प्लाज्मा तकनीक वाले देश के चुनिंदा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में से एक है. खास तकनीक के जरिए यह प्लांट एक टन कूड़े को 15 से 20 किलो हानिरहित राख में तब्दील कर देता है. कूड़े के निस्तारण से निकलने वाली गैसों का भी प्लांट के भीतर ही सुरक्षित ढंग से ट्रीटमेंट करने की व्यवस्था है.

जिसके कारण प्लांट की चिमनी से बाहर निकलने वाला धुआं अत्यधिक कम, सफेद रंग और हानिकारक गैसों से रहित होता है. इस प्लांट को रोजाना 8 घंटे तक संचालित करने पर करीब एक टन कूड़ा का निस्तारण करने की क्षमता है. इस प्लांट निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यात्रा सीजन शुरू होने के साथ ही जिला पंचायत के माध्यम से इस नियमित संचालन करने की व्यवस्था की गई है.

उत्तरकाशी जिलाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने यात्रा शुरू होने से पहले जानकीचट्टी क्षेत्र के भ्रमण के दौरान इस प्लांट को सुव्यवस्थित रूप से संचालित करने को कहा था. साथ ही क्षेत्र के ठोस कूड़ा को नियमित रूप से निस्तारण के लिए इस प्लांट पर लाने पर विशेष जोर दिया था.

डीएम बिष्ट ने यमुनोत्री धाम समेत इसके पैदल मार्ग की सफाई का जिम्मा सुलभ इंटरनेशनल और जानकीचट्टी समेत अन्य इलाकों की सफाई का जिम्मा जिला पंचायत को सौंपा था. साथ ही उन्हें कूड़े का समुचित प्रबंधन, सुरक्षित निस्तारण के लिए इस प्लांट का सदुपयोग सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए थे.

उन्होंने कहा था कि आधुनिक तकनीक के इस प्लांट के बन जाने से क्षेत्र के कूड़ा प्रबंधन की समस्या के समाधान में काफी मदद मिलेगी. यात्रा शुरू होते ही इस प्लांट ने नियमित रूप से काम करना शुरू कर दिया है. रोजाना इसमें कूड़े का सुरक्षित निस्तारण किया जा रहा है. डीएम नियमित रूप से इस प्लांट के संचालन और प्रगति की मॉनिटरिंग भी कर रहे हैं.

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