रतलाम। रतलाम शहर काजी का एक पत्र सुर्खियों में आ गया है. शहर काजी अहमद अली ने समाज के नाम पत्र जारी कर मुस्लिम युवकों और महिलाओं गरबा पंडालो और नवरात्रि मेले में नहीं जाने की अपील की है. शहर काजी ने गुजारिश की है "समाज के लोग मेरी सलाह मानें जिससे किसी तरह का विवाद पैदा नहीं हो." बता दें कि गरबे को लेकर आयोजकों ने विभिन्न प्रकार की बयानबाजी की है.
मुस्लिम समाज के युवकों व महिलाओं को सलाह
शहर काजी कि दलील है "माहौल बहुत गर्म चल रहा है. इसी के मद्देनजर उन्होंने अपने समाज के लोगों से यह अपील की है." बता दें कि बीते महीने रतलाम और मंदसौर में हुई घटनाओं के बाद सोशल मीडिया पर चल रही बयानबाजी को लेकर रतलाम शहर काजी अहमद अली ने मुस्लिम समाज के युवकों और महिलाओं से पत्र लिखकर अपील की है. अपने पत्र में शहर काजी ने लिखा "वर्तमान हालातों के मद्देनजर नवरात्रि पर्व के दौरान गरबा पंडाल और मेले में नहीं जाएं. बाजार और मेले में घूमना फिरना दीन ए इस्लाम में जायज नहीं है. इसलिए सख्ती से इस अपील का पालन करें."
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घर में रहकर ही इबादत करें, रोजा रखें
रतलाम शहर काजी अहमद अली ने कहा "इस दौरान समाज के लोग घरों में ही रहकर इबादत करें और रोजे रखें, न कि गरबे देखने और मेले में जाएं. इस पहल का मुस्लिम समाज के लोग स्वागत भी कर रहे हैं." पत्र लिखने के पीछे की वजह शहर काजी ने लगातार हो रही बयानबाजी को बताया. बता दें कि इससे पहले भी रतलाम नगर निगम के नवरात्रि मेले की दुकान के बाहर दुकानदार का नाम लिखने के फैसले पर भी सवाल उठे थे. हालांकि नगर निगम की जिम्मेदार इसे दुकानों की कालाबाजारी को रोकने के लिए उठाया गया कदम बता रहे थे. इसको लेकर भी कुछ लोगों ने आपत्ति जताई थी.