उत्तरकाशी: गंगोत्री हाईवे बिशनपुर के समीप भारी भूस्खलन के कारण सोमवार को करीब 12 घंटे से बंद पड़ा हुआ है. बॉर्डर रोड ऑर्गनाईजेशन की मशीनरी सड़क खोलने का प्रयास कर रही है. देर शाम तक हाईवे नहीं खुल पाया है. कांवड़ियों की पैदल आवाजाही देर शाम सुरक्षा के साथ शुरू करवा दी गई है. वहीं वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया है. फिलहाल अभी बीआरो हाईवे खोलने में जुटा हुआ है.
बीती रात से सुबह तक भारी बारिश होने व भूस्खलन के कारण गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग नेताला से सैंज के बीच पांच जगहों पर अवरूद्ध हो गया था. जिसे देखते हुए पुलिस प्रशासन ने गंगोत्री मार्ग पर आवाजाही करने वाले वाहनों को एहतियातन उत्तरकाशी, मनेरी और भटवाड़ी में रोका. बीआरओ ने सुबह से सड़क खोलने की कार्रवाई शुरू की. दोपहर से पहले तक नेताला, मनेरी झरना, सिलकुरा व नौलुणा में सड़क से मलवा व पत्थरों को हटा दिए जाने के बाद यातायात के लिए खोल दिया गया, लेकिन, बिशनपुर में भूस्खलन के कारण सड़क पर अत्यधिक मलबा एवं पत्थर आ जाने से सड़क खोलने का कार्य देर शाम तक जारी रहा. इस जगह पर सड़क खोले जाने के लिए बीआरओ के द्वारा जेसीबी, एक्सकेवेटर व व्हील लोडर सहित कई मशीनों को जुटाया गया है. प्रशासन के अधिकारी सुबह से ही मौके पर पहुंचकर सड़क खोले जाने की कार्रवाई की निगरानी करने के साथ ही वहां फंसे कांवडियों व अन्य लोगों को सुरक्षित ढंग से पैदल निकालने में जुटे हैं. प्रशासन मे मौके पर एंबुलेंस सहित मोबाईल मेडिकल टीमों को भी तैनात किया है.
जिलाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया अतिवृष्टि के कारण विभिन्न क्षेत्रों में भूस्खलन होने से हुए नुकसान का ब्यौरा सबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रभावित क्षेत्रों जाकर प्रभावितों की मदद करने के निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को अतिवृष्टि व भूस्खलन प्रभावित लोगों को नियमानुसार देय राहत राशि अविलंब प्रदान करने के साथ ही सड़कों से संबंधित विभागों को अवरूद्ध सड़कों को खोले जाने के लिए युद्ध स्तर पर काम करने की हिदायत दी है. जिलाधिकारी ने अतिवृष्टि को देखते हुए सभी विभागों और अधिकारियों को निरंतर अलर्ट पर रहने को कहा है. इस बीच बिशनपुर में भूस्खलन से बाधित गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग को खोलने में बीआरओ की मशीनें देर शाम तक जुटी है. प्रशासन व पुलिस के अनेक अधिकारी मौके पर मौजूद है. यहां पर सड़क से अधिकांश मलबा हटाया जा चुका है. पहाड़ी कर तरफ से रूक-रूक कर मलबा गिर रहा है. जिसके कारण सड़क को खोलने में समय लग रहा है.