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32 हजार रुपये लेकर बनाया आयुष्मान कार्ड, इलाज के दौरान अस्पताल में निकला फर्जी, मास्टरमाइंड गिरफ्तार - फर्जी आयुष्मान कार्ड

हापुड़ के थाना पिलखुवा कोतवाली पुलिस ने मंगलवार की शाम को फर्जी आयुष्मान कार्ड (fake Ayushman cards) बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 30, 2024, 10:42 PM IST

Updated : Jan 30, 2024, 10:51 PM IST

जानकारी देते एसपी अभिषेक वर्मा

हापुड़ : फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाले एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस को आरोपी के कब्जे से फर्जी आयुष्मान कार्ड, लैपटॉप, मोबाइल और नगदी बरामद की है. पुलिस का कहना है कि मामले जांच की जा रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

चिकित्सक के जरिए बनवाया था आयुष्मान कार्ड : पुलिस के मुताबिक, हापुड़ कोतवाली क्षेत्र के फ्रीगंज रोड निवासी मोहित बंसल ने 9 नवंबर 2023 को पिलखुवा कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था. मोहित बंसल ने पुलिस को बताया था कि एक निजी मेडिकल कॉलेज में अपने आपको चिकित्सक बताने वाले जुनैद अनवर के जरिए आयुष्मान कार्ड बनवाया था. डॉ. जुनैद अनवर ने 25 हजार रुपये और सात हजार रुपये खाते में ऑनलाइन लिए थे और आयुष्मान कार्ड बनवाकर दिया था. पीड़ित ने बताया कि वह मां के इलाज के लिए जीएस मेडिकल गया था, जहां पर आयुष्मान कार्ड को फर्जी बताया गया.

इलाज के दौरान पता चला कि फर्जी है कार्ड : एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि फ्रीगंज रोड निवासी मोहित बंसल ने बताया था कि उसने 9 नवंबर 2022 को अपनी मां का इलाज जीएस मेडिकल कॉलेज में कराया था. इलाज आयुष्मान भारत कार्ड के अंतर्गत कराया गया था. इलाज के दौरान अस्पताल में पता चला कि कार्ड फर्जी है. इस मामले में पीड़ित ने तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने जांच की तो जानकारी हुई कि बस्ती निवासी संतोष निषाद ने लगभग 40 फर्जी आयुष्मान कार्ड अभी तक बनाए हैं.

आयुष्मान कार्ड बनवाने का देते थे विज्ञापन : उन्होंने बताया कि आरोपी ने फेसबुक पर एक ग्रुप का रखा था, जिसमें यह लोग आयुष्मान भारत कार्ड बनवाने का विज्ञापन देते थे. फेसबुक पर विज्ञापन देखकर ही डॉक्टर जुनैद अनवर ने पीड़ित को कार्ड बनवाने की जानकारी दी थी. कार्ड बनवाने के बाद पीड़ित ने जब कार्ड वेरिफाई कराया तो फर्जी होने की जानकारी मिली. पुलिस ने आरोपी के पास से लैपटॉप, प्रिंटर व अन्य सामान बरामद किया है. पुलिस ने आरोपी के पास से 40 फर्जी आयुष्मान कार्ड भी बरामद किए हैं, जिसके बारे में जानकारी की जा रही है. डॉक्टर जुनैद अनवर की भूमिका भी इस पूरे मामले में संदिग्ध है. जांच में अगर उनकी संलिप्तता होना पाया जाता है तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़ें : Ayushman Card In Gorakhpur: गोरखपुर में सॉफ्टवेयर नहीं दे रहा साथ, आयुष्मान कार्ड के लिए आवेदक हो रहे परेशान

यह भी पढ़ें : शामली: फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड, दो गिरफ्तार

जानकारी देते एसपी अभिषेक वर्मा

हापुड़ : फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाले एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस को आरोपी के कब्जे से फर्जी आयुष्मान कार्ड, लैपटॉप, मोबाइल और नगदी बरामद की है. पुलिस का कहना है कि मामले जांच की जा रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

चिकित्सक के जरिए बनवाया था आयुष्मान कार्ड : पुलिस के मुताबिक, हापुड़ कोतवाली क्षेत्र के फ्रीगंज रोड निवासी मोहित बंसल ने 9 नवंबर 2023 को पिलखुवा कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था. मोहित बंसल ने पुलिस को बताया था कि एक निजी मेडिकल कॉलेज में अपने आपको चिकित्सक बताने वाले जुनैद अनवर के जरिए आयुष्मान कार्ड बनवाया था. डॉ. जुनैद अनवर ने 25 हजार रुपये और सात हजार रुपये खाते में ऑनलाइन लिए थे और आयुष्मान कार्ड बनवाकर दिया था. पीड़ित ने बताया कि वह मां के इलाज के लिए जीएस मेडिकल गया था, जहां पर आयुष्मान कार्ड को फर्जी बताया गया.

इलाज के दौरान पता चला कि फर्जी है कार्ड : एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि फ्रीगंज रोड निवासी मोहित बंसल ने बताया था कि उसने 9 नवंबर 2022 को अपनी मां का इलाज जीएस मेडिकल कॉलेज में कराया था. इलाज आयुष्मान भारत कार्ड के अंतर्गत कराया गया था. इलाज के दौरान अस्पताल में पता चला कि कार्ड फर्जी है. इस मामले में पीड़ित ने तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने जांच की तो जानकारी हुई कि बस्ती निवासी संतोष निषाद ने लगभग 40 फर्जी आयुष्मान कार्ड अभी तक बनाए हैं.

आयुष्मान कार्ड बनवाने का देते थे विज्ञापन : उन्होंने बताया कि आरोपी ने फेसबुक पर एक ग्रुप का रखा था, जिसमें यह लोग आयुष्मान भारत कार्ड बनवाने का विज्ञापन देते थे. फेसबुक पर विज्ञापन देखकर ही डॉक्टर जुनैद अनवर ने पीड़ित को कार्ड बनवाने की जानकारी दी थी. कार्ड बनवाने के बाद पीड़ित ने जब कार्ड वेरिफाई कराया तो फर्जी होने की जानकारी मिली. पुलिस ने आरोपी के पास से लैपटॉप, प्रिंटर व अन्य सामान बरामद किया है. पुलिस ने आरोपी के पास से 40 फर्जी आयुष्मान कार्ड भी बरामद किए हैं, जिसके बारे में जानकारी की जा रही है. डॉक्टर जुनैद अनवर की भूमिका भी इस पूरे मामले में संदिग्ध है. जांच में अगर उनकी संलिप्तता होना पाया जाता है तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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Last Updated : Jan 30, 2024, 10:51 PM IST
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