नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने एक अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. यह गिरोह मोबाइल टावरों से RRU (रिमोट रेडियो यूनिट) समेत अन्य महंगे उपकरणों को चुरा कर दूसरे देशों में बेचता था. क्राइम ब्रांच एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस संजय भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि इस गिरोह के सदस्य महंगे उपकरणों को हांगकांग समेत अन्य दूसरे देशों में बेचते थे. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस इंटरनेशनल रैकेट का पर्दाफाश किया है.
संजय भाटिया ने बताया कि यह गिरोह अब तक पांच हजार से ज्यादा रिमोट रेडियो यूनिट को चुराकर दूसरे देशों में बेच चुका है. एक अनुमान के मुताबिक 100 करोड़ से ज्यादा का माल अब तक यह गैंग बाहर बेच चुका है. उन्होंने बताया कि अब तक इस मामले में 54 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. यह गिरोह दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, उड़ीसा, पंजाब, झारखंड, असम और पश्चिम बंगाल आदि में विभिन्न स्थानों पर स्थापित मोबाइल टावर पर विभिन्न दूरसंचार कंपनियों द्वारा स्थापित कुल 414 आरआरयू, 110 बीबीयू 161 जिओ बैटरी और आरआरयू परीक्षण मशीन इनके कब्जे से बरामद की गई है.
संजय भाटिया ने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम को अलग-अलग दूरसंचार कंपनियों के द्वारा शिकायतें मिल रही थी, जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम इस मामले पर लग गई. इस मामले में क्राइम ब्रांच ने 18 जनवरी को पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था. उसके बाद 4 अप्रैल को टीम को और इनपुट मिला और खुफिया जानकारी के आधार पर टीम में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया. इसी प्रकार टीम लगातार इस पूरे मामले पर काम करती रही. धीरे-धीरे करके टीम ने अलग-अलग जगह पर छापेमारी की और तकरीबन अब तक इस मामले में 54 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. क्राइम ब्रांच की टीम ने अलग-अलग जगह पर छापेमारी कर अलग-अलग राज्यों से आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो इस गिरोह के सदस्य हैं.
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