बूंदी. जिला कलेक्ट्रेट परिसर में गुरुवार को राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका) के अन्तर्गत राजीविका राजसखी कैफे का शुभारंभ हुआ. इसका संपूर्ण संचालन महिलाओं की ओर से किया जाएगा. जिला प्रमुख चन्द्रावती कंवर, जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा और जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजपाल सिंह ने कैफे का उद्वघाटन किया.
जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा ने बताया कि राजसखी कैफे से महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में मदद मिलेगी. कलेक्ट्रेट व चिकित्सालय परिसर में भी राजीविका राजसखी कैफे का उद्वघाटन जिला प्रमुख चन्द्रावती कंवर की ओर से किया गया. कैंटीन (कैफे) का संचालन राजीविका स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की ओर से किया जाएगा, जिससे महिलाओं की आजीविका सर्वधन में वृद्वि हो सकेगी.
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पहले चरण में इन तीन जगहों पर शुरुआत : राजीविका डीपीएम जगजीवन कोर ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश पर जिले के प्रत्येक उपखंड में स्वयं सहायता समूह की ओर से इनका संचालन किया जाना है. इसके लिए राज्य सरकार से प्रत्येक राजसखी कैफे संचालक के लिए डेढ़ लाख की सहायता उपलब्ध कराई गई है. साथ ही प्रशासन ने उक्त स्थान की परमिशन संबंधित विभाग से भी दिलाई है. सबसे पहले जिले में तीन स्थानों जिला कलेक्ट्रेट, जिला अस्पताल परिसर और हिंडोली अस्पताल परिसर में प्रयोग के रूप में इसकी शुरुआत की गई है, क्योंकि इन स्थानों पर लोगों का ज्यादा आना-जाना रहता है. उन्होंने बताया कि इसका संपूर्ण संचालन महिलाओं की ओर से किया जाएगा. इसका उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाना है.
ये होगी खासियत : राजीविका राजसखी कैफे में सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसका संचालन पूर्ण रूप से महिलाओं की ओर से किया जाएगा. यह परिसर पूर्ण रूप से इको फ्रेंडली रहेगा. यानी यहां किसी भी प्रकार के सिंगल यूज प्लास्टिक की सामग्री का उपयोग नहीं होगा. यहां बाजार से कम दाम व निर्धारित उचित मूल्य पर चाय बिस्कुट व अन्य सामान आमजन के लिए उपलब्ध रहेंगे. इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजपाल सिंह, प्रशिक्षु आईएएस मोहित, डीपीएम जगजीवन कौर सहित राजीविका कार्मिक भी मौजूद रहे.