जशपुर : जिले के मनोरा चौकी क्षेत्र अंतर्गत कांटाबेल के आश्रित सिलफरी डैम में मिले शव की गुत्थी को पुलिस ने 36 घंटे में ही सुलझा लिया है. पुलिस ने बताया कि पुरानी बात को लेकर हुए विवाद में दोस्तों ने ही 21 साल के अनमोल उर्फ चुडरू की हत्या की और शव को सिलफरी डैम में डूबोने का प्रयास किया था. पुलिस
अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाई : जशपुर पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बताया कि 15 दिसंबर को सिलफरी डैम से पुलिस ने शव बरामद किया था. शव की पहचान मनोरा चौकी क्षेत्र के ग्राम तिलटांगर निवासी चुडरू उर्फ अनमोल 21 वर्ष के रूप में हुई. इस बीच मुखबीरों ने पुलिस को सूचना दिया कि घटनास्थल से बरामद गमछा तिलटांगर निवासी आरोपित कलिंदर राम का है. मृतक बीते कुछ दिनों से कलिंदर, महेंद्र और धरमू के साथ घूम रहा था. संदेह के आधार पर पुलिस ने इन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो आरोपियों ने हत्या करना स्वीकार लिया.
पुलिस ने तेज गति से कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को हिरासत में लिया. पूछताछ में तीनों आरोपियों ने हत्या करना स्वीकार कर लिया है. आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 103 (1),238 के अंर्तगत केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा है : शशि मोहन सिंह, एसपी, जशपुर
ऐसे हुआ हत्या का खुलासा : आरोपितों ने बताया कि मृतक अनमोल उर्फ चुडरू कुछ दिन पहले ही जमानत पर रिहा हो कर जेल से छूटा था. 2 दिसंबर को चारों ने मिलकर मुर्गा खाने का प्रोग्राम बनाया और रास्ते में दारू पीने बैठ गए. नशे की हालत में पुरानी बात को लेकर आरोपितों का मृतक के साथ विवाद हो गया. विवाद के दौरान आरोपितों ने मिलकर गमछा से गला घोंट कर अनमोल उर्फ चुडरू की हत्या कर दी. पुलिस से बचने के लिए शव को गमछा की मदद से पत्थर पर बांधकर सिलफरी डैम में फेंक दिया. लेकिन शव के पानी के उपर आने से उनका भंडाफोड़ हो गया.
अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में मुखबिर की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. जशपुर एसपी ने इस केस को सुलझाने में शामिल सभी अधिकारी कर्मचारियों को नगद इनाम से पुरस्कृत करने की बात कही है.