लखनऊ: यूपी राज्य महिला आयोग की सदस्य प्रियंका मौर्य को जालसाजों ने सीएम के प्रमुख सचिव का निजी सहायक और उन्नाव का डीएम बनकर फोन किया. आरोप है कि जालसाजों ने प्रियंका से उनकी निजी जानकारियां मांगी. इसके बाद प्रियंका मौर्य ने राजधानी के कृष्णानगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. प्रियंका का कहना है कि यह कॉल विपक्ष द्वारा भी की जा सकती है, क्योंकि वे उनकी छवि धूमिल करना चाहते हैं.
कृष्णानगर थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक, राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. प्रियंका मौर्य को 9 सितंबर को पहली कॉल आई थी. उस वक्त वे कानपुर रोड स्थित एलडीए कॉलोनी में अपने घर पर मौजूद थीं. उनके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से कॉल आई. कॉल करने वाले ने खुद को उन्नाव का डीएम बताते हुए उनसे निजी जानकारी मांगी.
प्रियंका मौर्य ने पुलिस को बताया है कि 9 सितंबर को कॉल आने के 20 दिन बाद एक बार फिर 30 सितम्बर को उन्हें दूसरी कॉल आई. इस बार कॉलर ने खुद को प्रमुख सचिव का निजी सहायक बताया. कॉलर ने उनसे कहा कि उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाने वाली है. ऐसे में उसने भी उनसे व्यक्तिगत जानकारी मांगी. एसीपी कृष्णानगर विनय द्विवेदी ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है. नंबरों के आधार पर कॉलर का पता लगाया जा रहा है.
बता दें कि 2017 के चुनाव तक प्रियंका मौर्य कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के अभियान 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' की पोस्टर गर्ल थीं. विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली. इसके बाद हाल ही में उन्हें महिला आयोग का सदस्य बनाया गया है.