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सरिया की एजेंसी दिलाने के नाम पर ठगी, पटना से आरोपियों की गिरफ्तारी - FRAUD OF PROVIDING SARIYA AGENCY

जशपुर में सरिया कंपनी की एजेंसी देने के नाम पर ठगी हुई थी.जिसमें पुलिस ने बिहार के पटना से आरोपियों को दबोचा है.

Fraud of providing Sariya agency
सरिया की एजेंसी दिलाने के नाम पर ठगी (ETV BHARAT CHHATTISGARH)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Dec 12, 2024, 2:22 PM IST

जशपुर : कामधेनु कंपनी के सरिया की एजेंसी दिलाने के नाम पर 9 लाख रुपए की ठगी की गई थी.जिसमें पुलिस ने 6 ठगों को गिरफ्तार किया है.पकड़े गए ठगों में एक नाबालिग भी है. सभी आरोपियों को कोतवाली थाना जशपुर लाया गया.



गूगल पर डले नंबर से फंस गए व्यापारी : इस मामले में पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बताया कि 13 सितंबर को विजय लक्ष्मी इंफ्रास्ट्रक्चर के संचालक कनक कुमार चंडालिया ने शिकायत दर्ज कराया थी कि उन्होंने 7 सितंबर को कामधेनु कंपनी सरिया की डीलरशिप लेने के लिए गूगल के एक नंबर पर संपर्क किया था. कॉल रिसिव करने वाले ने उन्हें बताया कि कंपनी का रायगढ़ और जशपुर जिले का एरिया मैनेजर अंकित शर्मा उनसे संपर्क करेगा. दस मिनट बाद उनके मोबाइल पर कथित अंकित शर्मा का कॉल आया उसने दुकान की फोटो,आधार एवं पेनकार्ड की फोटो के साथ एक कैंसिल चेक की तस्वीर वाट्सएप करने को कहा. इन सारे दस्तावेज लेने के कुछ देर बाद अंकित शर्मा ने कॉल बैक करके उन्हें बताया कि डीलरशिप के लिए उनका चयन कर लिया है. सिक्योरिटी डिपोजिट के रूप में 1 लाख 25000 रूपए जमा करने के लिए एक बैंक अकाउंट का नंबर उन्हें दिया. डीलरशिप के लिए चंडालिया ने दिए गए अकाउंट में पैसे जमा करवा दिए.

कैसे की ठगी : एसपी की माने तो ठेकेदार ने डीलरशीप कंफर्म होने के बाद उन्होनें 32 टन सरिया का आर्डर दिया. कथित एरिया मैनेजर ने उन्हें काल करके बताया कि उनके आर्डर का 15 लाख 71 हजार 400 रूपये का बिल जनरेट हुआ है.एडवांस के रूप में 8 लाख रूपए आरटीजीएस के माध्यम से जमा करवा दीजिए. रूपए जमा होने के कुछ देर बार कथित अंकित शर्मा ने ट्रांसपोर्टिंग और जीएसटी के नाम पर और रूपये की मांग की. इससे पीड़ित ठेकेदार को ठगी का संदेह हुआ.उन्होंने कामधेनु सरिया कंपनी से संपर्क किया. कंपनी ने उन्हें बताया कि उन्होंने जशपुर में किसी को एजेंसी नहीं दी है. इसके बाद पीड़ित ने थाने में शिकायत दर्ज की है.

पीड़ित की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के विरूद्व भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 (4),03 (5) के अंर्तगत अपराध पंजीबद्ध कर मामले की जांच शुरू की. जांच टीम ने जब पीड़ित ठेकेदार के किए गए ट्रांजेक्शन की जांच शुरू कि तो पूरे मामले का तार बिहार की राजधानी पटना से जुड़ा.बैंक खाता और मोबाइल नंबर की जांच करते हुए जशपुर पुलिस की टीम ने पटना से पूछताछ के लिए एक अपचारी बालक सहित 6 आरोपितों को हिरासत में लेकर जशपुर पहुंची- शशि मोहन सिंह SP जशपुर

आपको बता दें कि गूगल पर ठगों ने अपने नंबर फैला रखे हैं.यदि कोई भी अनजान या गूगल पर भरोसा करके पहली बार कॉल करने वाला व्यक्ति इन नंबरों पर कॉल करता है तो ये सीधा ठगों के पास जाता है.फिर ठग अपना जाल बिछाकर सामने वाले का विश्वास जीतते हैं और फिर ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं.इसलिए आप कंपनी के वेबसाइट पर जाकर उनके दिए नंबरों पर संपर्क करें या ईमेल से सारी जानकारी मंगवाएं.ताकि ठगी से बचा जा सके.

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जशपुर : कामधेनु कंपनी के सरिया की एजेंसी दिलाने के नाम पर 9 लाख रुपए की ठगी की गई थी.जिसमें पुलिस ने 6 ठगों को गिरफ्तार किया है.पकड़े गए ठगों में एक नाबालिग भी है. सभी आरोपियों को कोतवाली थाना जशपुर लाया गया.



गूगल पर डले नंबर से फंस गए व्यापारी : इस मामले में पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बताया कि 13 सितंबर को विजय लक्ष्मी इंफ्रास्ट्रक्चर के संचालक कनक कुमार चंडालिया ने शिकायत दर्ज कराया थी कि उन्होंने 7 सितंबर को कामधेनु कंपनी सरिया की डीलरशिप लेने के लिए गूगल के एक नंबर पर संपर्क किया था. कॉल रिसिव करने वाले ने उन्हें बताया कि कंपनी का रायगढ़ और जशपुर जिले का एरिया मैनेजर अंकित शर्मा उनसे संपर्क करेगा. दस मिनट बाद उनके मोबाइल पर कथित अंकित शर्मा का कॉल आया उसने दुकान की फोटो,आधार एवं पेनकार्ड की फोटो के साथ एक कैंसिल चेक की तस्वीर वाट्सएप करने को कहा. इन सारे दस्तावेज लेने के कुछ देर बाद अंकित शर्मा ने कॉल बैक करके उन्हें बताया कि डीलरशिप के लिए उनका चयन कर लिया है. सिक्योरिटी डिपोजिट के रूप में 1 लाख 25000 रूपए जमा करने के लिए एक बैंक अकाउंट का नंबर उन्हें दिया. डीलरशिप के लिए चंडालिया ने दिए गए अकाउंट में पैसे जमा करवा दिए.

कैसे की ठगी : एसपी की माने तो ठेकेदार ने डीलरशीप कंफर्म होने के बाद उन्होनें 32 टन सरिया का आर्डर दिया. कथित एरिया मैनेजर ने उन्हें काल करके बताया कि उनके आर्डर का 15 लाख 71 हजार 400 रूपये का बिल जनरेट हुआ है.एडवांस के रूप में 8 लाख रूपए आरटीजीएस के माध्यम से जमा करवा दीजिए. रूपए जमा होने के कुछ देर बार कथित अंकित शर्मा ने ट्रांसपोर्टिंग और जीएसटी के नाम पर और रूपये की मांग की. इससे पीड़ित ठेकेदार को ठगी का संदेह हुआ.उन्होंने कामधेनु सरिया कंपनी से संपर्क किया. कंपनी ने उन्हें बताया कि उन्होंने जशपुर में किसी को एजेंसी नहीं दी है. इसके बाद पीड़ित ने थाने में शिकायत दर्ज की है.

पीड़ित की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के विरूद्व भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 (4),03 (5) के अंर्तगत अपराध पंजीबद्ध कर मामले की जांच शुरू की. जांच टीम ने जब पीड़ित ठेकेदार के किए गए ट्रांजेक्शन की जांच शुरू कि तो पूरे मामले का तार बिहार की राजधानी पटना से जुड़ा.बैंक खाता और मोबाइल नंबर की जांच करते हुए जशपुर पुलिस की टीम ने पटना से पूछताछ के लिए एक अपचारी बालक सहित 6 आरोपितों को हिरासत में लेकर जशपुर पहुंची- शशि मोहन सिंह SP जशपुर

आपको बता दें कि गूगल पर ठगों ने अपने नंबर फैला रखे हैं.यदि कोई भी अनजान या गूगल पर भरोसा करके पहली बार कॉल करने वाला व्यक्ति इन नंबरों पर कॉल करता है तो ये सीधा ठगों के पास जाता है.फिर ठग अपना जाल बिछाकर सामने वाले का विश्वास जीतते हैं और फिर ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं.इसलिए आप कंपनी के वेबसाइट पर जाकर उनके दिए नंबरों पर संपर्क करें या ईमेल से सारी जानकारी मंगवाएं.ताकि ठगी से बचा जा सके.

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