राजनांदगांव: राजनांदगांव में पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. मामले में पुलिसने दो ठगों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि ये ठग पुलिस आरक्षक भर्ती में नौकरी दिलाने के नाम पर 525000 रुपये की धोखाधड़ी की है. बताया जा रहा है कि आरोपी बकायदा लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी देते हैं. ये फर्जी सील लगाकर नियुक्ति पत्र देते थे. कुल 8 से 10 लोगों से नौकरी के नाम पर ठगों ने रकम ली है.
जानिए पूरा मामला: दरअसल, ये पूरा मामला राजनांदगांव जिला के कोतवाली थाना क्षेत्र का है. यहां पुलिस को शिकायत मिली थी कि उन्हे पुलिस आरक्षक भर्ती का नियुक्ति पत्र दिया गया है. इसके बाद जांच में पुलिस ने पाया कि बेरोजगार युवकों को पुलिस आरक्षक की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की जा रही है. पुलिस ने जांच के दौरान राजनांदगांव निवासी आरोपी पियूष वडेरा और दुर्ग निवासी आरोपी अमित सिंह को गिरफ्तार किया है.
आरोपियों ने शातिर तरीके से बेरोजगार युवकों को पुलिस आरक्षक भर्ती में नौकरी लगने के नाम पर फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र देकर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया गया. एक आरोपी पहले से ही जेल में बंद है. दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.-अमित पटेल, सीएसपी, राजनांदगांव
एक आरोपी पहले से ही जेल में बंद: मामले में नवागांव कंवर थाना गातापार में कुछ लोगों ने शिकायत दर्ज कराई है. शिकायत के अनुसाल साल 2017-18 में निकले पुलिस भर्ती में तीन आरोपियों द्वारा मिलकर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया गया. इसमें एक आरोपी अब्दुल हुसैन पुराने मामले में जेल में बंद है. आरोपी पियूष वडेरा और अमित सिंह को पुलिस ने शिकायत के बाद गिरफ्तार किया और आरोपियों के पास से लेटर पेड, फर्जी सील और वर्दी कपड़ा भी पुलिस ने बरामद किया है. ये तीनों नौकरी लगने का झांसा देकर अलग-अलग लोगों से 525000 की ठगी किए थे. पूरे मामले में कोतवाली थाना पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने तत्काल कार्रवाई की. दोनो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.