आगरा: आगरा के बालूगंज के हुब्बलाल इंटर कॉलेज में मृतक आश्रित कोटे में फर्जी नियुक्ति के मामले में प्रधानाचार्य नवीन कांत शर्मा और सेवानिवृत्त लिपिक बृजेंद्र त्यागी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. दोनों के खिलाफ मृतक कर्मचारी की मां ने शिकायत की थी. जिस पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जांच कराई थी. इस मामले में फर्जी नियुक्ति पाने वाले अभिषेक उपाध्याय और तत्कालीन सह जिला विद्यालय निरीक्षक सुभाष गौतम भी आरोपी हैं. दोनों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मृतक आश्रित कोटे में करा दी फर्जी नियुक्ति: बता दें कि, गोकुलपुरा निवासी अतुल प्रकाश भारद्वाज बालूगंज के हुब्बलाल इंटर कॉलेज में सहायक लिपिक थे. उनकी 12 मार्च 2019 को मृत्यु हो गई थी. जिस पर हुब्बलाल इंटर कॉलेज प्रधानाचार्य और विभागीय कर्मचारियों ने आश्रित के रूप में अभिषेक भारद्वाज को शिक्षक के पद पर नियुक्त कराई थी. अभिषेक भारद्वाज को सरैंधी के नवाब सिंह कॉलेज में नियुक्ति भी मिली थी. लेकिन इस मामले में मृतक कर्मचारी की मां कमलेश शर्मा ने शिकायत दर्ज कराई. जिसमें दावा किया था कि, उनके बेटे अतुल प्रकाश भारद्वाज का कोई दत्तक पुत्र नहीं था. अभिषेक भारद्वाज की नियुक्ति में लगाए गए वारिसान प्रमाणपत्र फर्जी है. शिकायत पर जब शिक्षा विभाग ने जांच कराई. तो उसमें शिक्षक अभिषेक भारद्वाज के दस्तावेज फर्जी निकले. इसके बाद भी विभाग ने ना ही अभिषेक भारद्वाज की नियुक्ति रद्द की और ना ही पुलिस में मामला ही दर्ज कराया गया.
फर्जी दस्तावेज से पाई नौकरी: एसीपी सदर पीयुष कांत राय ने बताया कि, कॉलेज में मृतक आश्रित कोटे में नियुक्ति फर्जी दस्तावेज से की गई थी. जिसकी शिकायत पर जांच हुई थी. जब नियुक्ति फर्जी दस्तावेज कराने का खुलासा हुआ तो मृतक कर्मचारी की मां कमलेश शर्मा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया. जिसमें हुब्बलाल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य नवीन कांत शर्मा और सेवानिवृत्त लिपिक बृजेंद्र त्यागी को आरोपी बनाया गया था. दोनों ही इस पूरी नियुक्ति प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाई थी. इस मुकदमे में फर्जी नियुक्ति पाने वाले अभिषेक उपाध्याय और तत्कालीन सह जिला विद्यालय निरीक्षक सुभाष गौतम भी आरोपी हैं. दोनों आरोपी भी नोटिस के बाद भी आ नहीं रहे हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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