कानपुर : शहर के शिवराजपुर थाना क्षेत्र में हुए कालिंदी एक्सप्रेस प्रकरण में एटीएस के राडार पर चार संदिग्ध आ गए हैं. इनमें दो युवक ऐसे हैं, जिनका सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिला है, वहीं अब दो ऐसे मौलानाओं को भी एटीएस ने ढूंढना शुरू कर दिया है जो हादसे से पहले शिवराजपुर में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे. वह क्षेत्र के एक होटल में ठहरे थे, जबकि सीसीटीवी फुटेज व छिबरामऊ स्थित स्वीट हाउस में पहुंचे युवकों का हुलिया एक समान निकला है, हालांकि इसकी कोई ठोस पुष्टि नहीं हो सकी है. चर्चा इस बात की भी जोरों पर है कि पुलिस व खुफिया विभाग के अफसर क्षेत्र के कई युवकों से लगातार पूछताछ कर रहे हैं.
एनआईए ने भी लिया इनपुट : सूत्रों के मुताबिक, यह बात भी सामने आई है कि कालिंदी एक्सप्रेस हादसे के मामले का इनपुट एनआईए के अफसरों ने भी लिया है, लेकिन कमिश्नरेट पुलिस की ओर से कोई आला अफसर इस पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है. अब किसी भी दिन एनआईए की टीम के अफसर शिवराजपुर आकर जांच कर सकते हैं. हादसे के बाद क्षेत्र में एक दिन अलसुबह एनआईए के अफसरों की टीम आ चुकी है.
ट्रेन हादसे की तीसरी सबसे गंभीर घटना : शहर में कुछ दिनों पहले जब शिवराजपुर के पास मेडुआ गांव के पास कालिंदी एक्सप्रेस हादसा हुआ था तो यह एक माह के अंदर रेल हादसे से जुड़ी तीसरी घटना थी. इससे पहले 17 अगस्त को जहां साबरमती एक्सप्रेस झांसी अपलाइन मार्ग पर डिरेल हो गई थी, वहीं 5 सितंबर को इसी रेलवे ट्रैक पर एक ट्रक गिर गया था.
इस पूरे मामले पर आईजी एटीएस नीलाब्जा चौधरी का कहना है कि मामले की जांच जारी है. एटीएस के पास जो साक्ष्य हैं, उनके आधार पर कार्रवाई जारी है.