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दिल्ली-NCR में चोरी की लग्जरी गाड़ियों की चेसिस नंबर बदलकर बेचने वाला चार गिरफ्तार, बी-फॉर्मा का स्टूडेंट है आरोपी - Noida car lifter arrested

NOIDA CRIME: नोएडा पुलिस ने चोरी की लग्जरी गाड़ियों के चेचिस नंबर बदलकर बेचने वाले गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया. इस मामले में गिरोह का सरगना अभी भी फरार चल रहा है.

लग्जरी गाड़ियों की क्लोनिंग कर बेचने वाला गिरफ्तार
लग्जरी गाड़ियों की क्लोनिंग कर बेचने वाला गिरफ्तार (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Sep 28, 2024, 10:37 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: चोरी की गाड़ियों के चेचिस नंबर बदलकर बेचने वाले गिरोह के चार आरोपियों को सेक्टर-63 पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया. आरोपियों के पास से चोरी की सात गाड़ियां बरामद की गई है. बरामद की गई गाड़ियों की कीमत लगभग 1 करोड़ 20 लाख रुपए बताई जा रही है. पुलिस पकड़े गए आरोपियों के अन्य साथियों की तलाश में जुटी है. मामले में सरगना की तलाश भी जारी है.

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान फरीदाबाद निवासी कुलदीप यादव, अभिषेक कुमार, संकेत कुमार सिंह और अमन कुमार के रूप में हुई है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सभी गाड़ियों को उनके साथी पुरू, मोहसीन, कुंदन गिरी, जंयत उर्फ जीना और नौशाद द्वारा चोरी कर उसका क्लोन (फर्जी नंबर प्लेट व चेचिस) बनाकर एक खरीद-ब्रिक्री करने वाली कंपनी को बेची जाती थी. इससे जो धनराशि आती थी वह उनके खातों में आती थी.

गाड़ियो को चोरी करने का कार्य मोहसीन, पुरू, नौशाद द्वारा किया जाता था. वहीं उस कंपनी के पूर्व कर्मचारी कुंदन गिरि जयंत कुमार द्वारा निरीक्षण कराकर उस खरीद-ब्रिक्री करने वाली कंपनी को बेचा जाता था. नोएडा पुलिस के अनुसार, आरोपी कुंदन गिरि, जयंत कुमार, पुरू, मोहसीन और नौशाद को लग्जरी गाड़ियों की चोरी करने एवं उनकी क्लोनिंग कर खरीद ब्रिक्री करने वाली कंपनी के माध्यम से विक्रय करने के मामले में पहले ही दिल्ली की अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

वहीं, मामले में शामिल अन्य आरोपी और गाड़ियों की बरामदगी की गई है. आरोपी फर्जी नंबर प्लेट लगाकर इन वाहनों का संचालन कर रहे थे. साथ ही इन वाहनों को बेचने की फिराक में भी थे. पुलिस अन्य वाहनों का पता लगा रही है. आशंका है कि इन्होंने चोरी की कई और गाड़ियों को चूना लगाकर लोगों को बेचा है.

पुलिस के अनुसार, 22 सितंबर को एक युवक ने सेक्टर-63 थाने में शिकायत की थी कि उसकी सफेद कार गाज़ियाबाद और अलवर में दो चालान हुए है, जबकि वह उन स्थानों पर कभी नहीं गया. इसके बाद वह तकनीकी समस्या के चलते गाड़ी की सर्विस कराने के लिए मेरठ स्थित सर्विस सेंटर पर पहुंचा तो उसे पता चला कि उसकी गाड़ी की सर्विस पहले ही की जा चुकी थी. जो कि सेक्टर-63 में हुई है.

सर्विस सेंटर ने बताया कि गाड़ी की सर्विस बिसरख निवासी निखिल खत्री द्वारा कराई गई थी. जब पीड़ित ने निखिल से संपर्क किया, तो उसने बताया कि उसने यह गाड़ी मई 2024 में एक खरीद ब्रिक्री करने वाली कंपनी से खरीदी थी. जब पीड़ित ने निखिल की गाड़ी देखी, तो पाया कि दोनों गाड़ियां एक जैसी थीं. इस पर पीड़ित ने निखिल से आरसी के संबंध में पूछा, तो उसने बताया कि खरीद ब्रिक्री करने वाली कंपनी ने उसकी आरसी का ट्रांसफर कई महीनों से नहीं किया है. जिस पर गाड़ी मालिक ने पुलिस से उचित कार्रवाई की मांग की.

बी फॉर्मा कर रहे आरोपी: पकड़े गए दो आरोपी अभिषेक और अमन बी फॉर्मा की पढ़ाई कर रहे हैं. वहीं संकेत ग्रेजुएशन कर रहा है, तो कुलदीप केवल 12वीं पास है. पुलिस ने बताया कि चेचिस नंबर बदलने का काम काफी बारीकी से किया गया था. अभी भी अन्य कारों की जांच की जा रही है.

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गिरफ्तार आरोपियों की पहचान फरीदाबाद निवासी कुलदीप यादव, अभिषेक कुमार, संकेत कुमार सिंह और अमन कुमार के रूप में हुई है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सभी गाड़ियों को उनके साथी पुरू, मोहसीन, कुंदन गिरी, जंयत उर्फ जीना और नौशाद द्वारा चोरी कर उसका क्लोन (फर्जी नंबर प्लेट व चेचिस) बनाकर एक खरीद-ब्रिक्री करने वाली कंपनी को बेची जाती थी. इससे जो धनराशि आती थी वह उनके खातों में आती थी.

गाड़ियो को चोरी करने का कार्य मोहसीन, पुरू, नौशाद द्वारा किया जाता था. वहीं उस कंपनी के पूर्व कर्मचारी कुंदन गिरि जयंत कुमार द्वारा निरीक्षण कराकर उस खरीद-ब्रिक्री करने वाली कंपनी को बेचा जाता था. नोएडा पुलिस के अनुसार, आरोपी कुंदन गिरि, जयंत कुमार, पुरू, मोहसीन और नौशाद को लग्जरी गाड़ियों की चोरी करने एवं उनकी क्लोनिंग कर खरीद ब्रिक्री करने वाली कंपनी के माध्यम से विक्रय करने के मामले में पहले ही दिल्ली की अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

वहीं, मामले में शामिल अन्य आरोपी और गाड़ियों की बरामदगी की गई है. आरोपी फर्जी नंबर प्लेट लगाकर इन वाहनों का संचालन कर रहे थे. साथ ही इन वाहनों को बेचने की फिराक में भी थे. पुलिस अन्य वाहनों का पता लगा रही है. आशंका है कि इन्होंने चोरी की कई और गाड़ियों को चूना लगाकर लोगों को बेचा है.

पुलिस के अनुसार, 22 सितंबर को एक युवक ने सेक्टर-63 थाने में शिकायत की थी कि उसकी सफेद कार गाज़ियाबाद और अलवर में दो चालान हुए है, जबकि वह उन स्थानों पर कभी नहीं गया. इसके बाद वह तकनीकी समस्या के चलते गाड़ी की सर्विस कराने के लिए मेरठ स्थित सर्विस सेंटर पर पहुंचा तो उसे पता चला कि उसकी गाड़ी की सर्विस पहले ही की जा चुकी थी. जो कि सेक्टर-63 में हुई है.

सर्विस सेंटर ने बताया कि गाड़ी की सर्विस बिसरख निवासी निखिल खत्री द्वारा कराई गई थी. जब पीड़ित ने निखिल से संपर्क किया, तो उसने बताया कि उसने यह गाड़ी मई 2024 में एक खरीद ब्रिक्री करने वाली कंपनी से खरीदी थी. जब पीड़ित ने निखिल की गाड़ी देखी, तो पाया कि दोनों गाड़ियां एक जैसी थीं. इस पर पीड़ित ने निखिल से आरसी के संबंध में पूछा, तो उसने बताया कि खरीद ब्रिक्री करने वाली कंपनी ने उसकी आरसी का ट्रांसफर कई महीनों से नहीं किया है. जिस पर गाड़ी मालिक ने पुलिस से उचित कार्रवाई की मांग की.

बी फॉर्मा कर रहे आरोपी: पकड़े गए दो आरोपी अभिषेक और अमन बी फॉर्मा की पढ़ाई कर रहे हैं. वहीं संकेत ग्रेजुएशन कर रहा है, तो कुलदीप केवल 12वीं पास है. पुलिस ने बताया कि चेचिस नंबर बदलने का काम काफी बारीकी से किया गया था. अभी भी अन्य कारों की जांच की जा रही है.

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