कोटा. भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया आज कोटा दौरे पर आए. उन्होंने एक निजी होटल में भाजपा कोटा संभाग के पदाधिकारीयों के साथ मुलाकात की. सतीश पूनिया ने 400 पार के नारे पर कहा कि नारे कांग्रेस ने भी कई दिए थे, लेकिन उन पर खरी नहीं उतरी है. हमनें 400 पार का नारा दिया था. यह एक लक्ष्य व भरोसा था. केंद्र सरकार ने काम किया, यह उस पर वोट मांगा था. एनडीए की 395 सीट आती है, तो भी कोई दिक्कत नहीं है.
कांग्रेस और इंडी गठबंधन को कोई ऑप्शन नहीं है. विपक्ष मूल मुद्दों की जगह नारों पर ही उलझा रहा है. उन्होंने गड़बड़ी कर एक नैरेटिव सेट करने की कोशिश की है. लोगों को धर्म, जाति, मजहब और पंथ के अनुसार बांटने की कोशिश की है. विपक्ष इस बार पहले से ज्यादा बिखरा हुआ नजर आया है. देश की जनता ने बहुत पहले से ही तय कर लिया था कि इस बार फिर से प्रधानमंत्री और शासन के रूप में नरेंद्र मोदी एनडीए पहले पसंद रही है. साल 2014 के मैंडेट के बारे में कहा गया कि कांग्रेस के खिलाफ मैंडेट जनता की प्रतिक्रिया थी, लेकिन 2019 के चुनाव ने साबित कर दिया था कि प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने बुनियादी विकास और वैचारिक मुद्दों का समाधान किया है.
पूनिया ने कहा कि इसलिए भरोसे का वोट था, लेकिन 2024 का वोट जनता ने अपने भविष्य के लिए दिया है. आज अंतिम चरण का मतदान है. काशी में भी आज वोटिंग है. लोगों की प्रतिक्रिया में देख रहा हूं कि सकारात्मक वातावरण है. उन्होंने विश्वास जताया कि राजस्थान में 25 की 25 सीट भारतीय जनता पार्टी के खाते में जाएगी. सतीश पूनिया से मुलाकात करने पहुंचने वालों में पूर्व जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार सोनी, रामबाबू, जिला उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह खींची, जिला महामंत्री मुकेश विजय, बारां से संजीव भारद्वाज सहित कई नेता पहुंचे.
गहलोत और डोटासरा पर यह बोले: अशोक गहलोत के चुनाव के बाद सीएम बदलने के बयान पर पूनिया ने कहा कि गहलोत न तो अच्छे जादूगर हैं और ही अच्छे ज्योतिषी. ऐसे में उनकी ज्योतिष के रूप में जो भविष्यवाणी है, वह भी कभी सच्ची साबित नहीं होगी. डोटासरा कहते हैं कि सरकार ऑटो मोड पर है. इस सवाल के जवाब पर पूनिया ने कहा कि वह अपनी कहानी बयां कर रहे हैं. कांग्रेस के 5 साल के शासन में प्रदेश में अराजकता बढ़ गई थी. बदहाल कानून व्यवस्था और बिजली पानी से लोग त्रस्त थे.
कांग्रेस के सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं: धारीवाल आरोप लगाते हैं कि हीट स्ट्रोक से लोगों की मौत के आंकड़े सरकार छुपा रही है. इसके जवाब में पूनिया ने कहा कि सरकार को आंकड़े छुपाने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन फिर भी राजस्थान की संजीदा सरकार ने पेयजल की सुनिश्चित आपूर्ति व बिजली की व्यवस्था के लिए युद्ध स्तर पर काम किया है. क्योंकि जब कोई प्राकृतिक आपदा होती है, तो सबके समक्ष होती है. सरकार इस मामले में पूरे तरह से ईमानदारी व योग्य समाधान कर सकती है. उसे तत्परता से किया है. मुख्यमंत्री मॉनिटरिंग कर रहे हैं. बीजेपी और जनता को कांग्रेस के सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं है.