अलवर : पूर्व मंत्री शकुंतला रावत ने राज्य की भजनलाल सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि उनके घर पर एक ही माह में लगातार तीसरी बार आज्ञत बदमाश हथियार के साथ घुसा. इसको लेकर उन्होंने शिवाजी पार्क थाने में रिपोर्ट भी दी, बावजूद इसके पुलिस की ओर से इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई. इतना ही नहीं इस मामले को लेकर पूर्व मंत्री ने एसपी, आईजी और डीजी तक से मुलाकात की है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
पूर्व मंत्री रावत ने कहा कि करीब 25 दिन पहले उनके गांव के मकान पर कुछ अज्ञात बदमाश पहुंचे थे. उसके दो दिन बाद ही अलवर शहर में उनके निवास पर फिर से अज्ञात बदमाश पहुंचे. इस दौरान बदमाशों ने अलवर स्थित मकान में लगे तालों को तोड़ दिया और वहां रखे सामान को बिखेर चले गए. सबसे आश्चर्य की बात यह है कि उन लोगों ने चोरी भी नहीं की.
इसे भी पढ़ें - टीकाराम जूली बोले- राजस्थान में 'जंगलराज', उपचुनाव को लेकर भाजपा को दी ये बड़ी चुनौती
उन्होंने कहा कि बदमाश लगातार हमारे घर पर आ रहे हैं और कोई भी सामान चोरी नहीं करना संदेहस्पद है. उन्होंने बताया कि शुक्रवार रात को उनके अलवर स्थित मकान पर एक बार फिर बदमाश हथियार के साथ पहुंचे. सीसीटीवी कैमरे में यह घटना कैद हो गई है, जिसमें एक बदमाश रात करीब 10:30 बजे मकान की छत पर घूमता दिखाई दिया. उसके बाद 11:30 बजे हाथ में सरिया लेकर छत पर दोबारा नजर आया. उन्होंने कहा कि बदमाश लगातार घर पर पहुंच रहे हैं, पुलिस में रिपोर्ट देने के बावजूद भी पुलिस की ओर से इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
पूर्व मंत्री ने परिवार की जान को बताया खतरा : पूर्व मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है और लगातार बदमाश घर आ रहे हैं. बड़ी बात यह है कि वो घर में चोरी भी नहीं कर रहे हैं. इससे मेरे पूरे परिवार की जान को खतरा है. उन्होंने कहा कि यह सोचने का विषय है. 20 दिन के अंदर बदमाश फिर से एक ही मकान में पहुंच रहे हैं और पुलिस उनका पता नहीं लगा पा रही है.
इसे भी पढ़ें - बेनीवाल का भजनलाल सरकार के जाट मंत्रियों पर हमला, बोले-डीजीपी को फोन तक नहीं कर सकते
उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि क्या पुलिस किसी अनहोनी होने का इंतजार कर रही है. उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद पूरा परिवार सहम गया है. लगातार बदमाशों का आना इसके पीछे किसकी साजिश है. पूर्व मंत्री ने कहा कि सरकार ने बड़े-बड़े वादे किए थे कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए तत्पर है, लेकिन क्या अब सरकार सो रही है, जो महिलाओं के साथ घटनाएं हो रही हैं. उस पर कोई भी एक्शन नहीं लिया जा रहा है. भिवाड़ी में पुलिस अधीक्षक की लोकेशन ट्रैस हो या पूर्व मंत्री की घर में लगातार बदमाशों का आना हो. किसी भी मामले में सरकार व पुलिस प्रशासन कोई भी तत्परता नहीं दिखा रहा है.
पूर्व मंत्री रावत ने कहा कि उनके परिवार का किसी से कोई रंजिश नहीं है. उनके परिवार की आज तक किसी से कोई बहस तक नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि इस घटना के पीछे कोई पॉलिटिकल मंशा हो सकती है. 20 साल से उनके खिलाफ किसी को कुछ गलत नहीं मिला है तो उन्हें बदनाम करने की साजिश भी हो सकती है. शिवाजी पार्क थाना अधिकारी राजपाल यादव ने कहा कि घटना के संबंध में रात में सूचना मिली थी. उसके बाद वो जाप्ते के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. सीसीटीवी फुटेज की जांच करने के बाद पुलिस बदमाशों की तलाश में जुट गई है.