लखनऊ: विगत लोकसभा चुनावों में दलित मतदाताओं का समाजवादी पार्टी की ओर दिखा रुझान चौंकाने वाला रहा. यही कारण है कि सपा को उम्मीद से ज्यादा लोकसभा सीटों पर जीत हासिल हुई. इन चुनावों में सपा और कांग्रेस द्वारा कहा गया कि भाजपा सरकार आई, तो वह संविधान बदल देगी. कहीं न कहीं यह पैंतरा भी प्रदेश में भाजपा को कमजोर करने में काम आया.
अब प्रदेश में दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाला है. ऐसे में सभी की निगाहें इस चुनाव पर लगी हैं कि क्या लोकसभा चुनावों वाले रुझान आगे भी जारी रहेंगे या एक बार फिर मतदाता भाजपा की ओर रुख करेंगे. वहीं संविधान, पीडीए और अपराधियों पर कार्रवाई में भेदभाव के मुद्दे को सपा सांसद और पूर्व मंत्री आरके चौधरी कैसे देखते हैं, यह जानने के लिए हमने उनसे बात की. देखिए यह साक्षात्कार.
प्रश्न : आप प्रदेश सरकार में मंत्री रहे हैं और सपा के सांसद हैं. पिछले चुनावों में ऐसा पहली बार देखा गया कि बड़ी संख्या में दलितों का वोट समाजवादी पार्टी में गया. इसका क्या कारण मानते हैं आप?
उत्तर : देखिए, समाजवादी पार्टी को बनाया था मुलायम सिंह यादव ने, जिनके बारे में हम लोग नारा लगाते थे 'जिसने कभी न झुकना सीखा, उसका नाम मुलायम है.' वह संघर्ष करते थे. कहीं पीछे नहीं हटते थे. अखिलेश यादव भी उन्हीं के पद चिह्नों पर चल रहे हैं. उन्होंने समाजवादी पार्टी में कुछ कड़ियां जोड़ी हैं. जैसे पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) बना दिया. कभी कांशीराम जी ने बहुजन समाज पार्टी बनाई थी और बहुजन समाज को एकत्र किया था. अब हम नारा लगा रहे हैं, जो पीडीए की बात करेगा, वह दिल्ली पर राज करेगा. हम चाहते हैं अगड़ों का उत्थान तो हो ही, साथ ही पिछड़ों की तरक्की भी हो. देश ऐसा बन जाए कि न कोई अगड़ा हो और न ही पिछड़ा. सब बराबर बन जाएं.
प्रश्न : पीडीए यानी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक. इसमें कहीं सामान्य श्रेणी वालों का नाम नहीं है. क्या सवर्ण अथवा अगड़ी जाति का वोट सपा को नहीं चाहिए?
उत्तर : ऐसी बात नहीं है. हमें सबका वोट चाहिए. हमें सबके लिए काम करना है. जो ज्यादा पीड़ित हैं. हम उन्हें एकत्र करके काम करेंगे. हमें भरोसा करना चाहिए हर जाति, धर्म और वर्ग पर, लेकिन जिसे इस देश में सदियों से पिछड़ गया है, उसका भी उत्थान होना चाहिए. हम किसी के खिलाफ नहीं है. बस यही चाहते हैं कि सब बराबर हो जाएं.
प्रश्न : लोकसभा चुनाव में कहा गया कि यदि भाजपा सत्ता में आई, तो संविधान बदल देगी. देश में ऐसा ही प्रचार करने वाले राहुल गांधी ने अमेरिकी दौरे में कुछ और ही बयान दिया. क्या आपको वाकई लगता है कि कोई बड़ा दल आएगा और संविधान बदल देगा?
उत्तर : देखिए देश में भाजपा की सरकार है. बीजेपी खुद काम नहीं करती. उसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गाइड लाइन देता है. डॉ अंबेडकर ने संविधान सभा के अपने अंतिम भाषण में कहा था कि हमारा संविधान चाहे कितना ही अच्छा क्यों न हो, यदि इसे लागू करने वाले अच्छे नहीं होंगे, तो अच्छा संविधान भी बुरा होगा. उन्हें भी शंका थी कि संविधान कैसा होगा और इसे कौन मानेगा. यही कारण है कि देश के गरीबों को पांच किलो राशन और एक शौचालय मिल रहा है. क्या इससे काम चल जाएगा.
प्रश्न : आपका तात्पर्य जातीय जनगणना से है. आप लोग मानते हैं कि जातीय जनगणना होनी चाहिए.
उत्तर : हां, जातीय जनगणना हो जाए, जिससे पता चल जाए कि कौन कितना है, जिसके बाद सरकारी नौकरियों, निजी नौकरियों, ठेकेदारी, पट्टेदारी आदि में संख्या के आधार पर भागीदारी हो जाएगी.
प्रश्न : प्रदेश की दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाला है. आप सपा की क्या स्थिति देखते हैं?
उत्तर : हमें लगता है कि उपचुनाव में समाजवादी पार्टी सभी सीटें जीतेगी. हम तो अयोध्या के रहने वाले हैं. फैजाबाद संसदीय सीट के अंतर्गत मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर चुनाव हो रहा है. हम वहां जरूर जाएंगे.
प्रश्न : प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ जो कार्रवाई या जो एनकाउंटर हो रहे हैं, उसे लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. उनका मानना है कि एक खास वर्ग को निशाना बनाया जा रहा है. क्या आप इससे सहमत हैं?
उत्तर : बिल्कुल सहमत हैं. हमारे नेता अखिलेश यादव ने जो कहा है, बिल्कुल सही कहा है. इस तरह एनकाउंटर नहीं होना चाहिए. यदि किसी को सजा देने का अधिकार है, तो वह है कोर्ट.
प्रश्न : अपराधियों के बचाव में आना, क्या इससे कोई सकारात्मक संदेश जाता है?
उत्तर : हमारे लोग कहां बचाव करते हैं? हम तो खुद पीड़ित हैं. हां, हम एनकाउंटर का विरोध करते हैं. सजा देने का अधिकार तो खाली कोर्ट को है. क्या योगी सजा देंगे, यह उनके हाथ में है. योगी निर्माणों को अवैध बताकर गिराने का काम कर रहे थे, इसीलिए सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी है. भाजपा-आरएसएस डॉ भीमराव अंबेडकर के संविधान को अपना संविधान नहीं मानते. इसीलिए संविधान खतरे में है. नए संसद भवन में संविधान की प्रति रखने की जगह सिंगोल रखा गया, जो राजतंत्र का प्रतीक है.
प्रश्न : आपने पूर्व केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर को पराजित किया है. आपका अपने संसदीय क्षेत्र के विकास को लेकर क्या प्लान है?
उत्तर : देखिए, दो बाते हैं. एक तो लोगों ने नारा लगाया इलेक्शन में 'बिजली, पानी, सड़क अधूरी, आरके चौधरी करेंगे पूरी.' हमने मोहनलालगंज विधानसभा क्षेत्र में रहकर कुछ काम किया है. उसी तर्ज पर संसदीय सीट के अन्य विधानसभा क्षेत्रों में करना है. हमारी कोशिश है कि कुछ योजनाएं और लाई जाएं, जिससे काम ज्यादा दिखाई पड़े.
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