पटना: विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के मुलाकात पर पूर्व मंत्री लेसी सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि राजनीति में किसी से आपसी विवाद नहीं होता, बल्कि यह विचारों की लड़ाई है. उन्होंने कहा कि जिस वक्त दोनों नेता आमने-सामने आ गए थे, तो शिष्टाचार मुलाकात होना ही था और वही हुआ है. दोनों ने एक-दूसरे का अभिवादन किया है. हम लोग भी कहीं जाते हैं तो विपक्ष के कोई नेता अगर मिलते हैं तो बात होती ही है.
"विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के मुलाकात में कोई नई बात नहीं है. राजनीति में किसी से आपसी विवाद नहीं होती, बल्कि यह विचारों की लड़ाई है. दोनों ने एक दूसरे का अभिवादन किया है, यह शिष्टाचार मुलाकात थी. हमारे नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने शिष्टाचार के कारण ही जाने जाते है."- लेसी सिंह, जदयू विधायक
'नीतीश और लालू की शिष्टाचार मुलाकात': उन्होंने कहा कि इस मुलाकात में कोई नई बात नहीं है. ऐसा होना भी चाहिए. हमारे नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने शिष्टाचार के कारण ही जाने जाते है. वहीं बिहार विधानसभा के नवनियुक्त अध्यक्ष नंदकिशोर यादव को लेकर भी उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि नंदकिशोर यादव जी को लंबे समय का राजनीति का अनुभव है. कई बार वह मंत्री भी बने हैं और कई सालों से बिहार विधानसभा के सदस्य भी रहे हैं. उनका पुराना अनुभव है.
नंदकिशोर यादव अनुभवी नेता: लेसी सिंह ने कहा कि इसलिए हमें विश्वास है कि वह विधानसभा अध्यक्ष बने हैं तो सत्ता पक्ष और विपक्ष की बातों को सुनेंगे और ठीक ढंग से सदन की कार्यवाही को चलाएंगे. हमें विश्वास है कि वह अपने काम का निर्वहन निश्चित तौर पर ठीक ढंग से करेंगे और सदन की कार्यवाही ठीक ढंग से चलेगी. उन्होंने कहा कि नंदकिशोर यादव जी पुराने और अनुभवी नेता है. सर्वसम्मति से उन्हें विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया है.
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