धनबादः झारखंड सरकार के पूर्व नगर विकास मंत्री सह जनता मजदूर संघ के महामंत्री बच्चा सिंह निधन हो गया है. वह पिछले कुछ महीनों से अस्वस्थ चल रहे थे. उनकी अस्वस्थता के कारण ही उन्हें बिनोद चौक स्थित एसजेएएस (SJAS) सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. सोमवार को दोपहर करीब 12 बजकर 45 मिनट पर अस्पातल में उन्होंने अंतिम सांस ली.
पूर्व मंत्री बच्चा सिंह के निधन की खबर से पूरा कोयलांचल शोक में डूब गया. खबर मिलते ही समर्थक अस्पताल पहुंचने लगे. इस दौरान झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह सहित पूरा परिवार अस्पताल में मौजूद रहा. पूर्व मंत्री बच्चा सिंह के पार्थिव शरीर को उनके निवास स्थान सरायढेला स्थित सूर्यदेव नगर लाया गया है. यहां पर उनके समर्थक अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शन कर सकेंगे. इसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
झरिया के पूर्व विधायक बच्चा सिंह के निधन से पूरे कोयलांचल में शोक की लहर है. अपने मजदूर संगठन जनता मजदूर संघ (बच्चा गुट) के माध्यम वह मजदूरों के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ते रहे. मजदूरों हित में उनके कार्यों के लिए एक अपनी पहचान है. बिहार से अलग होकर जब झारखंड राज्य बना तो वह मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की सरकार में वे नगर विकास मंत्री बने थे. उस वक्त वे झरिया से विधायक थे.
झारखण्ड सरकार में पूर्व मंत्री और झरिया विधानसभा के पूर्व विधायक आदरणीय श्री बच्चा सिंह जी के निधन के दुःखद समाचार मिला। वे हमेशा मजदूरों के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ते रहे।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) July 29, 2024
परमात्मा दिवगंत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दुख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दे।
सीएम ने जताया शोक
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूर्व मंत्री बच्चा सिंह के निधन पर शोक जताया है. सीएम ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने पोस्ट में लिखा है कि 'झारखंड सरकार में पूर्व मंत्री और झरिया विधानसभा के पूर्व विधायक आदरणीय श्री बच्चा सिंह जी के निधन के दुःखद समाचार मिला. वे हमेशा मजदूरों के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ते रहे. परमात्मा दिवगंत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दुख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दे'.
बच्चा सिंह कोयलांचल के मसीहा कहे जाने वाले सूर्यदेव सिंह के छोटे भाई थे. विक्रमा सिंह, सूर्यदेव सिंह, बच्चा सिंह, राजन सिंह और रामाधीर सिंह, इन पांचों भाइयों में बच्चा सिंह तीसरे स्थान पर थे. पूरे कोयलांचल में कभी सिंह मेंशन का दबदबा हुआ करता था लेकिन धीरे-धीरे सिंह मेंशन का कुनबा बिखरता गया. सूर्यदेव सिंह की मौत के बाद ही पूरा परिवार मानो तितर-बितर हो गया. सूर्यदेव सिंह 1977 से चार बार झरिया से विधायक रहे. सूर्यदेव सिंह की पत्नी कुंती सिंह दो बार विधायक रहीं. सूर्यदेव सिंह के बेटे संजीव सिंह विधायक रहे. झरिया सीट से ही बच्चा सिंह भी विधायक रहे.
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