रायबरेली : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को जिले में जनसभाएं और जनसंपर्क के साथ कार्यकताओं के साथ मीटिंग की. बिशुनपुर, बछरावां में लोगों से बातचीत करते हुए बघेल ने कहा कि महंगाई ने देश की आम जनता की कमर तोड़ रखी है. पेट्रोल-डीजल से लेकर खाने का तेल सब महंगा हो गया है. भाजपा सरकार के पास महंगाई काबू करने को लेकर कोई विजन नहीं है. इंडिया गठबंधन की सरकार आपको महंगाई और बेरोजगारी से मुक्ति दिलाएगी.
मंत्री भूपेश बघेल ने कहा, कि भाजपा के नेता 400 पार का नारा यूं ही नहीं देते, वे संविधान बदलना चाहते हैं. जनता का अधिकार खत्म करना चाहते हैं. उनके इस मंसूबे को पूरा नहीं होने देना है. मतदान के अधिकार के अस्त्र के द्वारा उन्हें हराकर संविधान की रक्षा करनी है. आज लड़ाई संविधान बचाने की है, लोकतंत्र बचाने की है. रायबरेली की जनता हमेशा की तरह लोकतंत्र की रक्षा करेगी और न्याय का साथ देगी.
बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार बनने के 2 घंटों के भीतर हमने राहुल के निर्देशानुसार कर्जमाफी की घोषणा कर दी थी. लाखों किसानों के लगभग 11 हजार करोड़ रुपये माफ किए. जबकि, भाजपा ने अपने चंद पूंजीपति मित्रों के 16 लाख करोड़ के कर्ज माफ किए. सबकी अपनी अपनी प्राथमिकताएं है. हमारे लिए किसान पहले हैं. लेकिन, भाजपा के लिए अपने पूंजीपति मित्र पहले है. आपका एक-एक वोट संविधान को बचाने का वोट होगा, देश को बचाने का वोट होगा. आपके भविष्य को बचाने का वोट होगा.
कांग्रेस की सरकार किसानों के लिए स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू करेगी. युवाओं को 30 लाख सरकारी नौकरियां देगी. सभी युवाओं को अप्रेंटिशशिप का अधिकार मिलेगा, महिलाओं के खातों में 1 लाख रुपये आएंगे. इंडिया गठबंधन की सरकार आम देशवासियों की सरकार होगी, सबको न्याय देगी. किसान न्याय, महिला न्याय, युवा न्याय, श्रमिक न्याय और हिस्सेदारी न्याय देना कांग्रेस का वादा है. कांग्रेस ने जब-जब वादे किए हैं, तो उन्हें पूरा किया गया है. इस देश में विकास के जितने भी कार्य हुए हैं, सब कांग्रेस की देन है.
बघेल ने कहा, कि मोदी सरकार के 10 सालों के जख्मों पर कांग्रेस का न्याय मरहम बनकर राहत देगा. महंगाई, बेरोजगारी के दंश से मुक्ति दिलाएगा. न्याय पत्र आम जनता की आवाज है उनकी समस्याओं का समाधान है. न्याय पत्र के द्वारा आम जनता अपनी मुश्किलों से निजात पाएगी.