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यूपी सीएम योगी के बाद भाजपा के कई नेता कर रहे हैं इस नारे का उपयोग, कांग्रेस ने जताई कड़ी आपत्ति - SATISH POONIYA

राजस्थान उपचुनाव के प्रचार में योगी आदित्यनाथ के नारे की गूंज सुनाई दे रही है जिसे लेकर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है.

बीजेपी पर कांग्रेस ने साधा निशाना
बीजेपी पर कांग्रेस ने साधा निशाना (फोटो ईटीवी भारत जयपुर)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 11, 2024, 10:38 AM IST

जयपुर. हरियाणा के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक नारा दिया 'बंटेंगे तो कटेंगे'. अब महारष्ट्र और झारखंड चुनाव के साथ ही राजस्थान में सात सीटों पर हो रहे उपचुनाव में भी योगी आदित्यनाथ के इस नारे की गूंज सुनाई दे रही है. भाजपा नेता अपनी सभाओं में इस नारे का जमकर प्रयोग कर रहे हैं. सभाओं में मंच से कहा जा रहा है कि बंटेंगे तो कटेंगे और एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे. अब इस नारे को लेकर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ऐसे नारों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. वहीं, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने देवली-उनियारा की एक चुनावी सभा में यह नारा दोहराने पर भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया पर निशाना साधा है. उन्होंने चुनाव आयोग से इस पर एक्शन लेने की भी मांग की है. दरअसल, पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में ऐसे नारों को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कड़ी निंदा की है. अशोक गहलोत ने कहा, यह दुर्भाग्य है देश का कि इस तरह की बातें की जा रही है कि 'बंटेंगे तो कटेंगे' और 'एक हैं तो सेफ हैं.'

आजादी के बाद पहली बार सुन रहे हैं ऐसे नारे : गहलोत बोले, ऐसे शब्द क्या कभी काम में लेते हैं. आजादी के बाद मैंने आज तक नहीं देखा कि किसी भी पार्टी के किसी भी नेता ने ऐसे शब्द काम में नहीं लिए. 'बंटेंगे तो कटेंगे', क्या मतलब है इसका? एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे. यह जो शब्द काम में लिए जा रहे हैं. यह देश का दुर्भाग्य है कि ऐसे शब्द काम में लिए जा रहे हैं. यह शब्द वो लोग काम में ले रहे हैं. जो सत्ता में आ रहे हैं. आजादी के बाद मैंने कभी नहीं सुना. किसी भी पार्टी ने, चाहे भाजपा हो या पहले जनसंघ. ऐसे शब्द आज तक काम में नहीं लिए गए. पहली बार ऐसे शब्दों का उपयोग किया जा रहा है. यह देश का दुर्भाग्य है.

गहलोत ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण (वीडियो ईटीवी भारत जयपुर)

पढ़ें: खींवसर उपचुनाव में नेताओं की बदजुबानी सियासी सुर्खियों में, इस बार प्रत्याशी आमने-सामने

जूली ने की है पूनिया पर एक्शन की मांग : इधर, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी इस नारे को लेकर कड़ी आपत्ति दर्ज करवाई है. उन्होंने बयान जारी कर कहा कि देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की चुनावी सभा में भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने 'बटेंगे तो कटेंगे' शब्द का इस्तेमाल कर चुनाव में घृणा, भय और अराजकता उत्पन्न करने की कोशिश की है. भाजपा प्रदेश में सातों सीटों पर उपचुनाव हारने जा रही है. इससे भाजपा विचलित हो गई है. भाजपा नेता प्रदेश में घृणा और भय उत्पन्न करने पर उतर आए हैं. उन्होंने प्रशासन और चुनाव आयोग से इस पर एक्शन लेने की मांग की है.

जयपुर. हरियाणा के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक नारा दिया 'बंटेंगे तो कटेंगे'. अब महारष्ट्र और झारखंड चुनाव के साथ ही राजस्थान में सात सीटों पर हो रहे उपचुनाव में भी योगी आदित्यनाथ के इस नारे की गूंज सुनाई दे रही है. भाजपा नेता अपनी सभाओं में इस नारे का जमकर प्रयोग कर रहे हैं. सभाओं में मंच से कहा जा रहा है कि बंटेंगे तो कटेंगे और एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे. अब इस नारे को लेकर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ऐसे नारों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. वहीं, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने देवली-उनियारा की एक चुनावी सभा में यह नारा दोहराने पर भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया पर निशाना साधा है. उन्होंने चुनाव आयोग से इस पर एक्शन लेने की भी मांग की है. दरअसल, पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में ऐसे नारों को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कड़ी निंदा की है. अशोक गहलोत ने कहा, यह दुर्भाग्य है देश का कि इस तरह की बातें की जा रही है कि 'बंटेंगे तो कटेंगे' और 'एक हैं तो सेफ हैं.'

आजादी के बाद पहली बार सुन रहे हैं ऐसे नारे : गहलोत बोले, ऐसे शब्द क्या कभी काम में लेते हैं. आजादी के बाद मैंने आज तक नहीं देखा कि किसी भी पार्टी के किसी भी नेता ने ऐसे शब्द काम में नहीं लिए. 'बंटेंगे तो कटेंगे', क्या मतलब है इसका? एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे. यह जो शब्द काम में लिए जा रहे हैं. यह देश का दुर्भाग्य है कि ऐसे शब्द काम में लिए जा रहे हैं. यह शब्द वो लोग काम में ले रहे हैं. जो सत्ता में आ रहे हैं. आजादी के बाद मैंने कभी नहीं सुना. किसी भी पार्टी ने, चाहे भाजपा हो या पहले जनसंघ. ऐसे शब्द आज तक काम में नहीं लिए गए. पहली बार ऐसे शब्दों का उपयोग किया जा रहा है. यह देश का दुर्भाग्य है.

गहलोत ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण (वीडियो ईटीवी भारत जयपुर)

पढ़ें: खींवसर उपचुनाव में नेताओं की बदजुबानी सियासी सुर्खियों में, इस बार प्रत्याशी आमने-सामने

जूली ने की है पूनिया पर एक्शन की मांग : इधर, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी इस नारे को लेकर कड़ी आपत्ति दर्ज करवाई है. उन्होंने बयान जारी कर कहा कि देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की चुनावी सभा में भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने 'बटेंगे तो कटेंगे' शब्द का इस्तेमाल कर चुनाव में घृणा, भय और अराजकता उत्पन्न करने की कोशिश की है. भाजपा प्रदेश में सातों सीटों पर उपचुनाव हारने जा रही है. इससे भाजपा विचलित हो गई है. भाजपा नेता प्रदेश में घृणा और भय उत्पन्न करने पर उतर आए हैं. उन्होंने प्रशासन और चुनाव आयोग से इस पर एक्शन लेने की मांग की है.

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