हरिद्वार/देहरादून : हल्द्वानी हिंसा को लेकर उत्तराखंड में राजनीतिक दलों की ओर से स्टेटमेंट वॉर शुरू हो गई है. इसी क्रम में आज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने हल्द्वानी हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया है और लोगों से शांति बरतने की अपील की है. बता दें कि आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने सिडकुल और बीएचईएल में रोजगार को लेकर पदयात्रा निकाली थी. जिसमें बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ-साथ बीएचईएल से जुड़ी यूनियन के कर्मचारियों ने हिस्सा लिया था.
श्रमिकों का उत्पीड़न कर रही भाजपा सरकार: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के राज में श्रमिकों का उत्पीड़न किया जा रहा है. जिससे फैक्ट्रियों में श्रमिकों की संख्या कम हो रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने श्रम कानूनों में बदलाव करके पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने का काम किया है. साथ ही हरीश रावत ने सरकार से श्रम कानूनों में बदलाव करने और सिडकुल समेत बीएचईएल में रोजगार बढ़ाने की मांग उठाई है.
हरीश रावत बोले हल्द्वानी हमारी शान : हरीश रावत ने कहा की हल्द्वानी हमारी शान है. इस तरह की घटना उत्तराखंड में होना बहुत ही चिंताजनक है. ऐसे में मेरी लोगों से अपील है कि क्षेत्र में वो शांति बनाए रखें. उन्होंने कहा कि किसके दोष के कारण यह हिंसा हुई है. ये सब बाद का विषय है.
घटनाक्रम की सच्चाई आने वाले लोग होंगे शर्मिंदा: हल्द्वानी हिंसा को उच्च लोगों से जोड़े जाने पर हरीश रावत ने कहा कि फिलहाल मैं इस विषय पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा, लेकिन इतना जरुर कहूंगा कि जब इस पूरे घटनाक्रम की सच्चाई लोगों के सामने आएगी तो, बहुत सारे लोग शर्मिंदा होंगे.
उपद्रवियों ने सरकारी और निजी वाहनों को लगाई आग: बता दें कि गुरुवार को हल्द्वानी में हुई हिंसा और बड़ी संख्या में उपद्रवियों द्वारा सरकारी और निजी वाहनों को आग के हवाले करने की घटना हुई. उपद्रवियों ने 70 से ज्यादा वाहनों को आग लगा दी. इनमें पुलिस के वाहन, पत्रकारों के वाहन और आम लोगों के वाहन शामिल हैं.
यशपाल आर्य बोले बदले की भावना से ना हो कार्रवाई: नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि जब पहले ध्वस्तीकरण की कार्रवाई होने जा रही थी, तभी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अनुरोध किया गया था कि इसे तोड़ने से पहले विचार किया जाए, लेकिन इसके बावजूद कल ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई. उन्होंने कहा कि सीएम से बातचीत कर कहा गया है कि कहीं ना कहीं चूक हुई है, जिसकी वजह से इतनी बड़ी घटना घटी है. ऐसे में जो अपराधी हैं, उनको सजा मिलनी चाहिए, लेकिन बदले की भावना से कार्रवाई नहीं होनी चाहिए. इसके अलावा उन्होंने कहा कि शांति बहाल करने के लिए सरकार को आगे आना होगा, लोगों को विश्वास में लेना होगा, तभी हल्द्वानी की पीड़ा सुधर पाएगी.
ये भी पढ़ें-