रोहतक: हरियाणा में रोहतक लोकसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार रहे राजेश बैरागी ने पार्टी पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि बार-बार पैसे मांगने की वजह से ही उन्होंने नामांकन पत्र वापस लिया था. उन्होंने कहा कि टिकट से पहले जो तय हुआ, वह पार्टी फंड के रूप में दे चुके थे. उन्होंने पार्टी प्रदेशाध्यक्ष राजबीर सोरखी पर भाजपा से मिलीभगत के आरोप लगाए हैं.
बैरागी ने वापस लिया नामांकन: गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी ने रोहतक लोकसभा क्षेत्र से राजेश बैरागी को टिकट दिया था. उन्होंने नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया था. लेकिन नामांकन पत्र वापसी के दिन अचानक ही नाम वापस ले लिया. इसके बाद वे रोहतक जिला के निंदाना गांव पहुंचे और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष उदय भान की मौजूदगी में कांग्रेस उम्मीदवार दीपेंद्र हुड्डा के समर्थन की घोषणा कर दी. बहुजन समाज पार्टी ने राजेश बैरागी को बाहर का रास्ता दिखा दिया.
बैरागी पर लगाए थे आरोप: वहीं, बहुजन समाज पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष राजबीर सोरखी ने भूपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस उम्मीदवार दीपेंद्र हुड्डा पर षड्यंत्र रचकर रोहतक लोकसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार राजेश बैरागी का नामांकन वापस कराने के आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने व्यक्तिगत वजूद व गढ़ को बचाने के लिए इस प्रकार का षड्यंत्र रचा. उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील भी की कि वे अपने विवेक के आधार पर फैसला लेकर मतदान करें.
फंड देने का बनाया था दबाव: राजेश बैरागी ने कहा कि नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद हर रोज पार्टी फंड के नाम पर पैसे देने का दबाव बनाया गया. जबकि टिकट लेने से पहले जो तय हुआ था, वह वे पहले ही पार्टी को फंड के रूप में दे चुके थे. जब वे चुनाव प्रचार के लिए पार्टी के आला पदाधिकारियों से कहते तो वे हमेशा अपने निजी स्वार्थ में नकद फंड की ही बात करते. इसलिए जब उसे यह विश्वास हो गया कि पदाधिकारियों का चुनाव लड़ने लड़ाने से कोई मतलब नहीं है, तो मज़बूर होकर उन्होंने नामांकन वापस ले लिया.
मजबूरी में वापस लिया नामांकन: इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी के पदाधिकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को भी धोखा दे रहे हैं. इन पार्टी पदाधिकारियों को विचारधारा व मुद्दों की लड़ाई से कुछ लेना देना नहीं है. बल्कि ये निजी हित की राजनीति कर रहे हैं. बैरागी ने कहा कि इन पदाधिकारियों से तंग आकर ही उन्होंने नामांकन पत्र वापस लिया और बीजेपी को हराने के लिए और मुद्दों को जीवित रखने के लिए कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन किया. लेकिन एक दिन पहले बहुजन समाज पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष राजबीर सोरखी ने जिस प्रकार प्रेस कांफ्रेंस की. कांफ्रेंस का प्रसारण बीजेपी उम्मीदवार डॉ. अरविंद शर्मा के फेसबुक पेज पर हुआ. राजेश बैरागी ने आरोप लगाया कि राजबीर सोरखी बीजेपी की गोद में जाकर बैठ गए हैं.