दुर्ग : छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ ने चार सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है. वन विभाग के कर्मचारियों ने अपनी चार सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत कर दी है. कर्मचारी नारेबाजी करते हुए प्रदेश सरकार से अपनी मांगें पूरी करने को लेकर सड़क पर उतरे हैं. वनकर्मियों कहना है कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती तब तक हम हड़ताल करते रहेंगे.
अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे वनकर्मी : दुर्ग में वनमंडलाधिकारी कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे वन कर्मियों के मुताबिक लघु वनोपज में 180 पदों पर संविदा भर्ती की गई है. इस भर्ती से स्थाई वन कर्मियों का प्रमोशन बाधित हो रहा है. उन्होंने अपने हड़ताल के दौरान संविदा भर्ती निरस्त करने की मांग की है. साथ ही कहा है कि 10 वर्षों से सेटअप नहीं किया गया है, जिसके कारण वनकर्मियों को कार्यों का अतिरिक्त भार हो रहा है. मांग पूरी नहीं होने पर कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखने की बात कह रहे हैं.छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के दुर्ग जिलाध्यक्ष शिरिज ब्रम्ह् भट्ट के नेतृत्व में जिले के सभी वन कर्मचारी साप्ताहिक बाजार में शेड के अंदर धरने पर बैठे हैं.
''जब तक चार सूत्रीय मांगें नहीं मानी जाती तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल इसी तरह जारी रहेगी.आपको बता दें कि कवर्धा में भी वनकर्मी अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं.'' शिरिज ब्रह्म भट्ट,जिला अध्यक्ष, वन कर्मचारी संघ
क्या है वनकर्मियों की मांग ? : लघु वनोपज संघ के उपवन क्षेत्रपाल के 180 पद के खिलाफ संविदा नियुक्ति तत्काल बंद किया जाए.कर्मचारी 24 घंटे अपने कर्तव्य का पालन करते हैं, इसलिए वन विभाग के वनरक्षकों को 2400, वनपाल को 2800 उपवन क्षेत्रपाल को 4200 का नया ग्रेड-पे स्वीकृत किया जाए.वन विभाग का विभागीय सेटअप 10-15 वर्षों से पुनरीक्षित नहीं किया गया है. उसे पुनरीक्षित किया जाए.