हल्द्वानी: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार को हल्द्वानी पहुंचे. यहां सीएम धामी ने उत्तराखंड फॉरेस्ट ट्रेंनिंग अकादमी के सभागार में कुमाऊं मंडल में वनाग्नि को की घटना को लेकर हाई प्रोफाइल बैठक की. बैठक में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत, डीएम नैनीताल वंदना सिंह के अलावा वन विभाग के कई अधिकारी मौजूद रहे.
इस दौरान सीएम धामी ने कुमाऊं मंडल के अलग-अलग जिलों के अधिकारियों के साथ भी वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आग की घटनाओं पर जानकारियां मांगी. साथ ही इससे निपटने के तरीकों पर विचार विमर्श किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा वनाग्नि की घटनाओं को युद्ध स्तर पर काम करके रोका जाये. उन्होंने वन विभाग से जुड़े सभी अधिकारियों को सभी की छुट्टियां तुरंत निरस्त करने के निर्देश दिये.
सीएम धामी ने कहा जिन भी अधिकारियों की देहरादून में मीटिंग है, वह मीटिंग कैंसिल कर अपने क्षेत्र में मौजूद रहे. आवश्यक मीटिंग हो तो वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से इसे अटेंट किया जाये. इस दौरान सीएम धामी अधिकारियों से नाराज भी दिखे. सीएम धामी ने कहा इस नाजुक दौर में भी अधिकारी अपने स्थानों पर मौजूद नहीं है. उन्होंने सभी अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाने का निर्देश दिये.
सीएम धामी ने वनाग्नि को रोकने के लिये अधिकारियों को हर समय सतर्क रहने के निर्देश दिये. मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिये हैं कि वनाधिकारी हर समय वनाग्नि से प्रभावित क्षेत्रों में रहकर इसे नियंत्रित करने का प्रयास करें. उन्होंने कहा वनाग्नि की रोकथाम के लिए वन विभाग के अलावा अन्य विभाग भी अलर्ट मोड पर रहें. वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए सूचना तंत्र और मजबूत किया जाए. क्विक रिस्पांस टाईम कम से कम किया जाए. वनाग्नि पर प्रभावी रोकथाम के लिए स्थानीय स्तर पर लोगों का सहयोग लिया जाए.
सीएम धामी ने कहा इसमें सेना का भी सहयोग लिया जा रहा है. सीएम धामी ने कहा जो भी लोग वनों में आग लगाये जाने के दोषी पाये जायेंगे उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाये. मुख्यमंत्री ने लीसा डिपो के आस पास वनाग्नि के नियंत्रण पर ध्यान देने को कहा. फायर ब्रिगेड को भी एक्टिव करने के लिए कहा गया है. मुख्यमंत्री ने बढ़ते तापमान के दृष्टिगत पेयजल की कमी को दूर करने के भी निर्देश भी अधिकारियों को दिये.
बता दें उत्तराखंड में फॉरेस्ट फायर की घटनाएं दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं. शनिवार सुबह वायुसेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर ने भीमताल झील से पानी भरकर नैनीताल जिले के पाइंस क्षेत्र में आग बुझाई. नैनीताल शहर से लगे पाइंस, भूमियाधार, ज्योलिकोट, नारायणनगर, भवाली, रामगढ़ और मुक्तेश्वर आदि के जंगल बीते कई दिनों धधक रहे हैं. तमाम कोशिशों के बावजूद भी वन विभाग, फायर ब्रिगेड और प्रशासन वनाग्गि पर काबू नहीं पा रहे हैं. वहीं जंगलों की आग अब धीरे-धीरे रिहायशी इलाकों की तरफ बढ़ रही है.