जींद: दातासिंह वाला बार्डर (खनौरी बॉर्डर) पर गुरुवार को पूरी तरह शांति बनी रही. पंजाब की तरफ किसानों ने हाइवे पर डेरा डाले रखा और नारेबाजी का सिलसिला जारी रहा. वहीं बॉर्डर पर दूसरी तरफ फोर्स भी तैनात रही. बुधवार को खनौरी बॉर्डर पर एक युवक की कथित तौर पर गोली लगने से मौत हो गई थी.घटनाक्रम हुआ उसी सिलसिले में गुरुवार को फोरेंसिक एक्सर्पट और राजस्व विभाग की टीम ने खेतों में जाकर जायजा लिया.
फोरेंसिक टीम ने जलाई गई पराली और उसके आसपास से जरूरी साक्ष्य जुटाए. वहां पर मिर्च पाउडर के अवशेष, चप्पलें, डंडे आदी भी पाए गए जाने की सूचना है. साथ ही राजस्व विभाग ने ये जानने की कोशिश की कि पुलिस की कार्रवाई जींद जिले की सीमा के अंदर हुई या फिर पंजाब की तरफ. किसानों का आरोप है कि युवक की जान पुलिस की गोली लगने से हुई थी.
पंजाब से सटे दातासिंह वाला बॉर्डर पर फोर्स तथा किसानों के बीच टकराव के दौरान खेतों में पड़ी पराली में मिर्च डाल कर आग लगाने की बात कही जा रही थी. पराली तथा मिर्च जलने से निकलने वाला धुआं पुलिस फोर्स की तरफ जा रहा था. जिसके चलते काफी बड़े एरिया में लोगों और फोर्स को सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी और आंखें भी जलने लगी थी.
आरोप है कि किसानों द्वारा पराली पर मिर्च पाउडर डाल कर जलाया गया था या कोई केमिकल का प्रयोग किया गया था. फोरेंसिक टीम ने बॉर्डर के साथ लगते खेतों से साक्ष्यों को जुटाया. हलांकि फोरेंसिक विभाग की टीम ने इस बारे में आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी है.
बुधवार को को किसानों ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने जींद की सीमा को लांघ कर कार्रवाई की थी. वहीं पुलिस का दावा है कि उग्र लोगों को अपनी सीमा से पीछे भेजा गया था. सील बोर्डर के साथ लगते खेतों में फसलों का काफी नुकसान हुआ है. लोगों के खेतों में घुसने के कारण गेहं की फसल रौंद दी गई. राजस्व विभाग के कानूनगो सिजरा ले कर खेतों में पहुंचे ओर अपने जिले की हद के बारे में अधिकारियों को बताया.
भारतीय किसान यूनियन के नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने भी आरोप लगाया था कि हरियाणा पुलिस ने पंजाब में घुसकर हम पर फायरिंग की और हमारे ट्रैक्टर भी तोड़ दिए. हरियाणा के सीएम और हरियाणा के गृह मंत्री के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए. युवक की मौत की न्यायिक जांच कराई जानी चाहिए.
ये भी पढ़ें-